उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कांवड़ यात्रा को सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए हाइटेक एंटी ड्रोन एवं टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। एक बयान में इसकी जानकारी दी गयी है।

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सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इससे पहले राम मंदिर के उद्धाटन समारोह और महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए एंटी और टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था।
बयान के मुताबिक, योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए कई बड़े कदम उठाये हैं जिसमें महाकुंभ की तरह ही आधुनिक कंट्रोल रूम की स्थापना शामिल है जहां 24 घंटे रियल टाइम निगरानी की व्यवस्था है। इतना ही नहीं कांवड़ यात्रा के रूट की जमीनी स्तर पर सुरक्षा के लिए एटीएस, आरएएफ और क्यूआरटी जैसे विशेष बलों को तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस कांवड़ यात्रा की तैयारियों की लगातार समीक्षा की है और निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा, चिकित्सा, स्वच्छता, जल व्यवस्था और यातायात प्रबंधन में कोई कमी न रहे।
उन्होंने महाकुंभ में किए गए सुरक्षा प्रबंधों को मॉडल मानकर कांवड़ यात्रा मार्गों पर भी उसी प्रकार के इंतजाम करने के निर्देश दिए थे।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्य कांवड़ मार्गों और प्रमुख स्थानों पर 29,454 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही 395 हाइटेक ड्रोन और विशेष रूप से एंटी ड्रोन के साथ टीथर्ड ड्रोन की मदद से रियल-टाइम वीडियो फीड लेकर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से सीधे निगरानी की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि ये टीथर्ड ड्रोन लगातार एक स्थान पर स्थिर रहकर भीड़ की निगरानी में सक्षम हैं, जिससे किसी भी प्रकार की आपात स्थिति की त्वरित जानकारी मिल सके।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा एक विशेष आठ सदस्यीय टीम 24 घंटे सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि यह टीम सोशल मीडिया पर अफवाहों, भ्रामक सूचनाओं और संवेदनशील पोस्ट की वास्तविक निगरानी कर रही है तथा संबंधित जिलों को अलर्ट भेजा जा रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक, कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के लिए 587 राजपत्रित अधिकारी, 2,040 निरीक्षक, 13,520 उपनिरीक्षक और 39,965 आरक्षियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके साथ ही 1,486 महिला उपनिरीक्षक और 8,541 महिला आरक्षी, 50 कंपनियां पीएसी, केंद्रीय बल और होमगार्ड के 1,424 जवान भी तैनात किये गये हैं।
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