उप्र : सावन के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया रुद्राभिषेक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सावन के पहले दिन शुक्रवार सुबह रुद्राभिषेक और हवन किया।
![]() मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया रुद्राभिषेक |
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कर मुख्यमंत्री ने भगवान शंकर से चराचर जगत के कल्याण और सभी नागरिकों के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।
योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में भोले शंकर को विल्व पत्र, दूर्वा, मदार पत्र, कमल पुष्प समेत अनेकानेक पूजन सामग्री अर्पित करने के बाद जल, दूध और ऋतुफल के रस से रुद्राभिषेक किया।
मठ के आचार्यगण और पुरोहितगण ने महामंत्रों से रुद्राभिषेक संपन्न कराया। रुद्राभिषेक के बाद गोरक्षपीठाधीश्वर ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन किया।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘देवाधिदेव महादेव के प्रिय श्रावण मास के प्रथम दिवस के पावन अवसर पर आज गोरखनाथ मंदिर में विधि विधान से रुद्राभिषेक कर समस्त प्रदेश वासियों के सुख, समृद्धि एवं कल्याण की कामना की।’’
सावन के प्रथम दिन काशी के शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी ,काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों को क्रमबद्ध तरीके से दर्शन कराए जा रहे हैं। सावन महीने के मद्देनजर वाराणसी पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने बताया कि सावन के प्रथम दिवस पर मंदिर प्रांगण में स्थित भगवान विश्वनाथ, दंडपाणी, एवं भगवान बेकुंठठेश्वर के मंदिर शिखर के सामने श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गयी। मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने भी श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि पूरे सावन सुलभ दर्शन अथवा वीआईपी दर्शन की कोई व्यवस्था नहीं होगी। वृद्धों और दिव्यांजनों की सुविधा का ध्यान रखा गया है।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि सावन में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बेहतर कतार व्यवस्था और गाईडिंग स्टाफ की नियुक्ति की गयी है।
अग्रवाल ने बताया कि कांवड़ियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। प्रयागराज से वाराणसी तक एक लेन में कांवड़ियां चलेंगे और दूसरे लेन पर अन्य वाहनों की आवाजाही होंगी। सीसी टीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए छोटे नावों के संचालन पर रोक लगाई गई है। वहीं बड़े नाव संचालकों को पर्यटकों को जीवनरक्षक जैकेट पहनाने का निर्देश दिया गया है। जल पुलिस, एनडीआरएफ सहित संबंधित थानों को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
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