UP Budget 2023: यूपी विधानसभा में सपा विधायकों का जोरदार हंगामा, CM आदित्यनाथ बोले- राज्य के हित में नहीं
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। पहले दिन सपा के विधायकों ने जमकर हंगामा किया है। पार्टी के महासचिव शिवपाल सिंह यादव की अगुवाई में यह प्रदर्शन किया गया।
![]() यूपी विधानमंडल सत्र की शुरूआत से पहले सपा ने किया हंगामा |
विधानसभा के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ सपा ने विरोध प्रदर्शन किया। शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में सपा विधायक धरने पर बैठ गए हैं। विधानसभा मार्शल ने मीडिया को हटने के लिए कहा है।
उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले लखनऊ में राज्य विधानसभा के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/sYsWzt9dVz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 20, 2023
सपा के महासचिव शिवपाल ने कहा कि सपा चाहती है कि अधिक से अधिक सदन चले।
विधानसभा के बाहर सपा विधायक तख्तियां लेकर धरने पर बैठे हैं। भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। सपा के विधानसभा सदस्य चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास जाना चाहते
थे। लेकिन उन्हें रोक दिया गया। विधायक स्लोगन लिखी हुई तख्तियां भी हाथ में लिए हुए थे।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है इसलिए वह ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
मौर्य ने कहा ‘‘उनके जो भी मुद्दे हैं उन्हें लेकर सदन में आना चाहिए ताकि उन पर चर्चा हो सके। सरकार इसका जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’
शिवपाल सिंह यादव द्वारा सपा के धरना प्रदर्शन की अगुवाई किए जाने के सवाल पर मौर्य ने कहा ‘‘चाहे शिवपाल हों या सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, या फिर उनका पूरा परिवार ही क्यों ना धरने पर बैठ जाए, इसका कोई खास मतलब नहीं है। हम विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और उसी को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।’’
केवल असहमति के आधार पर कार्यवाही बाधित करना लोकतंत्र, राज्य के हित में नहीं : मुख्यमंत्री आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि केवल असहमति के आधार पर विधानसभा की कार्यवाही को बाधित करना न तो लोकतंत्र के हित में है और ना ही राज्य के।
राज्य विधानमंडल के बजट सत्र में शामिल होने के लिए विधानसभा जाते वक्त मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच असहमति हो सकती है। सत्ता पक्ष जनहित से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने से भाग नहीं सकता, लेकिन सदन की कार्यवाही को बाधित करना न तो राज्य के हित में है और ना ही लोकतंत्र के हित में।’’
उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपने मुद्दों को सदन में शालीनता से प्रभावी शब्दावली के साथ उठाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा विधानमंडल के संयुक्त सदन को संबोधित किए जाने के साथ बजट सत्र की कार्यवाही शुरू हो जाएगी और यह 10 मार्च तक चलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के 25 करोड़ लोगों के लिए आगामी 22 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो अन्य पार्टियों के नेताओं से विचार-विमर्श करके शनिवार को भी सदन की कार्यवाही संचालित कराई जाएगी।’’
आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार सदन में जनहित के सभी मुद्दों पर चर्चा करने और उनका जवाब देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सदन को शानदार तरीके से चलाने का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। हमारे पास सदन को अच्छी चर्चा का मंच बनाने का अवसर है।’’
बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विधानमंडल के दोनों सत्रों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए अभिभाषण पेश करेगी। योगी सरकार का वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट 22 फरवरी को विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश किया जाएगा।
विधानमंडल का बजट सत्र 6 मार्च तक चलेगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि शनिवार को भी सत्र संचालित किया जाएगा। प्रतिदिन का एजेंडा उसी दिन समाप्त करना है इसलिए सदन की कार्यवाही देर शाम तक भी संचालित की जाएगी।
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