कोरोना काल में संक्रमण से बचने को हर तरह के उपाय किये जा रहे हैं। अब बलरामपुर पुलिस को ही लीजिए। संक्रमण से बचने को फेस शील्ड महंगी पड़ी तो खुद से जुगाड़ कर शील्ड तैयार कर लिया। ये महज 5 रुपये में बन जाती है। प्लास्टिक और हेयरबैंड से बनी शील्ड देखने में भी बिल्कुल असली जैसी है। हालांकि पुलिस इससे संक्रमण से लड़ने का दावा कर रही है।
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सूबे के कुछ जिलों में कोरोना संक्रमण की जद में पुलिसकर्मियों के आने के बाद महकमा सतर्क है। पुलिसकर्मियों को सुरक्षा कवच देने के लिए बलरामपुर पुलिस ने जुगाड़ करके महज 5 रूपये में फेस शील्ड बनाया है। यह उन पुलिस वालों को ध्यान में रख कर बनाया गया है, जो कोरोना वायरस के दौरान रात दिन ड्यूटी पर मुस्तैद हैं।
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया, "कोरोना का संक्रमण आंख, नाक और मुंह के रास्ते शरीर में प्रवेश करता है। मास्क लगाना है तो ठीक है। लेकिन आंख खुली रहती है। उनका दावा है कि ऐसे में देसी और सस्ती फेस शील्ड उसे बचा सकता है। जिसे हर आदमी सुलभता से बना सकता है।"
उन्होंने बताया, "अभी बहुत सारे लोग फेस शील्ड का प्रयोग कर रहे हैं। लेकिन वह कुछ मंहगी है। ऐसे में हमने यह सस्ता और जुगाड़ू फेस शील्ड बनाया है। ऐसा इसलिए क्योंकि शील्ड चेहरे का ज्यादा हिस्सा ब्लॉक कर लेती है और साथ ही चेहरे को बार-बार हाथ से छूने से भी रोकती है।"
पुलिस अधीक्षक ने बताया, "इसे बनाने के लिए प्लास्टिक हेयर बैंड पर फेवीक्विक से प्लेन या पारदर्शी पॉलीथिन या प्लास्टिक की पतली शीट काट कर चिपका देते हैं। यह तैयार हो जाता है। अभी तो हम लोग डोरी लगाकर बना रहे हैं। इसमें सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं है। यह महज पांच रूपये में तैयार हो जाती है। हम इसे बलरापुर के करीब 1500 पुलिसकर्मियों को वितरित करेंगे। जो इसे मास्क के ऊपर लगाएंगे।"
उन्होंने बताया, "हमने बजार से फेस शील्ड मंगाई जो मंहगी है। इसके बाद हमने इंटरनेट से जुगाड़ ढूंढ कर इसे बनाया है। दो महिला पुलिस कांस्टेबल इसे तैयार कर रही हैं। एक दिन करीब 200 शील्ड तैयार हो रही है। इसे आम आदमी भी बड़ी आसानी से बना सकता है।"
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि फेस शील्ड्स सभी जवानों और क्वारंटीन सेंटर्स पर ड्यूटी कर रहे सभी कर्मचारियों को उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि उनकी सुरक्षा हो सके।
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