मायावती ने सीएम योगी से की मांग, कहा- कन्नौज मामले में भाजपा सांसद के खिलाफ करें कड़ी कार्रवाई
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कन्नौज के भाजपा सांसद द्वारा दलित तहसीलदार के साथ मारपीट की घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री से सांसद के खिलाफ तुरंत कठोर कार्रवाई की मांग उठाई है।
![]() बसपा अध्यक्ष मायावती (फाइल फोटो) |
मायावती ने गुरुवार को ट्वीटर के माध्यम कहा, "उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में अपनी ईमानदारी से ड्यूटी कर रहे एक दलित तहसीलदार के साथ अभी हाल ही में, वहां के बीजेपी सांसद ने, जो मार-पीट व दुर्व्यवहार आदि किया है, यह अति शर्मनाक है।"
उन्होंने आगे लिखा, "लेकिन दु:ख की बात यह है कि यह सांसद अभी भी, जेल में जाने की बजाय बाहर ही घूम रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में दलित कर्मचारियों में जबर्दस्त रोष व्याप्त है। ऐसे में मुख्यमंत्री को चाहिये कि वे इस मामले में जरूर सख्त कदम उठायें ताकि यह सांसद आगे कभी भी ऐसी हरकत ना कर सके।"
2. लेकिन दुःख की बात यह है कि यह सांसद अभी भी, जेल में जाने की बजाय बाहर ही घूम रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में दलित कर्मचारियों में जबर्दस्त रोष व्याप्त है। ऐसे में मुख्यमंत्री को चाहिये कि वे इस मामले में जरूर सख्त कदम उठायें ताकि यह सांसद आगे कभी भी ऐसी हरकत ना कर सके। 2/3
— Mayawati (@Mayawati) April 9, 2020
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "पूरे प्रदेश में, खासकर दलित कर्मचारियों के साथ, आगे ऐसा कोई भी बर्ताव ना हो तो इसके लिए भी, इनको अपने इस सांसद के विरूद्घ तुरन्त कठोर कार्यवाही करनी चाहिये। बसपा की यह मांग है।"
3. साथ ही, पूरे प्रदेश में, खासकर दलित कर्मचारियों के साथ, आगे ऐसा कोई भी बर्ताव ना हो तो इसके लिए भी, इनको अपने इस सांसद के विरूद्ध तुरन्त कठोर कार्यवाही करनी चाहिये। बी.एस.पी. की यह मांग है। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) April 9, 2020
ज्ञात हो कि कन्नौज में सदर तहसीलदार अरविन्द कुमार ने सांसद सुब्रत पाठक पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए उन पर मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। सांसद ने आरोपों से इनकार किया है। एडीएम और एसडीएम सदर की मौजूदगी में तहसीलदार का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया है। तहसीलदार अरविन्द कुमार ने बताया कि सांसद सुब्रत पाठक की ओर से उन्हें अनाज वितरण की सूची भेजी गई थी। उन्होंने नायब तहसीलदार को सूची देकर जल्द वितरण को कह दिया था।
सांसद का फोन आया और राशन न पहुंचने की बात कही। अरविंद कुमार ने नायब तहसीलदार को सूची दे देने की बात बताई। आरोप है कि सांसद गाली-गलौज कर तहसीलदार को धमकी देने लगे।
सांसद 20-25 लोगों के साथ उनके आवास पर पहुंचे और दरवाजा पीटने लगे। तहसीलदार बाहर आए। तहसीलदार के अनुसार आवास में ही बने उनके कार्यालय में सांसद उनकी कुर्सी पर बैठे थे। सांसद के राशन न देने की वजह पूंछने पर वह सफाई देने लगे तो मोबाइल छीनकर हमला कर दिया। वहीं दूसरी ओर सांसद ने आरोप से इनकार करते हुए तहसीलदार पर ही शिकायतकर्ताओं को पीटने का आरोप लगाया है।
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