अश्लील वीडियो मामले में निलंबित नोएडा के SSP

Last Updated 10 Jan 2020 04:53:00 AM IST

गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी वैभव कृष्ण के खिलाफ प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें बृहस्पतिवार को निलंबित कर दिया। फॉरेंसिक जांच में वैभव कृष्ण के कथित अश्लील वीडियो सही पाए गए हैं।


अश्लील वीडियो मामले में नपे नोएडा के SSP

प्रदेश सरकार ने गोपनीय रिपोर्ट लीक करने व अमर्यादित आचरण के आरोप में उन्हें निलंबित किया है। उन पर लगे आरोपों की जांच लखनऊ के  एडीजी एसएन साबत करेंगे। दूसरी ओर सरकार ने वैभव कृष्ण द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर पांच आईपीएस अधिकारियों की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। उक्त पांच आईपीएस अफसरों का तबादला भी किया गया है। इसमें गाजियाबाद, रामपुर, सुलतानपुर, बांदा व एसटीएफ के एसपी व एसएसपी शामिल हैं।

दरअसल 1 जनवरी को एसएसपी वैभव कृष्ण के एक महिला से बातचीत के तीन अश्लील वीडियो चैट वायरल हुए। उसी दिन शाम को सेक्टर-20 कोतवाली में आज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद उन्होंने प्रेस वार्ता बुलाई। प्रेस वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रांसफर पोस्टिंग व भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के दौरान 5 आईपीएस अधिकारियों के नाम सामने आए थे। इस रिपोर्ट को कार्रवाई के लिए शासन को भेजा था। इस वजह से उक्त अधिकारी उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं।

यह रिपोर्ट उन्होंने अनाधिकारिक रूप से कुछ मीडियाकर्मियों को दी जिसके बाद दिल्ली से लखनऊ तक हंगामा मच गया। प्रदेश सरकार बैकफुट पर आ गई। आनन-फानन में प्रदेश सरकार ने तीन तरह की जांच शुरू कराई। इसमें वैभव कृष्ण के कथित वीडियो की जांच हापुड़ एसपी को सौंपी गई। उन वीडियो को जांच के लिए गुजरात की फॉरेंसिक लैब भेजा गया था। जांच में वीडियो और चैट सही पाए गए हैं। यह वीडियो एडिटेड और मॉफ्र्ड नहीं थे जबकि वैभव कृष्ण ने इसे फर्जी बताया था। इसके अलावा एसएसपी की जांच रिपोर्ट लीक होने और रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की अलग-अलग जांच के लिए एडीजी और आईजी को जिम्मेदारी सौंपी गई। अधिकारियों के मुताबिक वैभव कृष्ण को आचरण नियमावली के उल्लंघन व अमर्यादित आचरण के आरोप में निलंबित किया गया है।

एसएसपी वैभव कृष्ण ने शासन को भेजी अपनी जिस रिपोर्ट में 5 आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाया था उनके खिलाफ भी शासन ने कार्रवाई की है। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम हैं। इसी के तहत वैभव कृष्ण प्रकरण में आरोपों के दायरे में आए सभी पांच आईपीएस अधिकारियों की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है।

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी व डीजी विजिलेंस हितेश चंद्र अवस्थी को एसआईटी का प्रमुख बनाया गया है। जबकि दो सदस्य आईजी एसटीएफ अमिताभ यश और एमडी जल निगम विकास गोठलवाल बनाए गए हैं। उक्त सभी आईपीएस अधिकारियों का वर्तमान तैनाती से तबादला कर दिया गया है। इसमें गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर सिंह, रामपुर के एसपी अजयपाल शर्मा, सुलतानपुर के एसपी हिमांशु कुमार, एसपी बांदा गणोश प्रसाद साहा और एसएसपी एसटीएफ राजीव नारायण मिश्रा शामिल हैं।

सहारा न्यूज ब्यूरो
लखनऊ/नोएडा


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