अगले माह महोबा में होगी कृत्रिम वर्षा
पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत की मानें तो दिसम्बर माह के अंत में सूखे से जूझ रहे बुंदेलखंड के सर्वाधिक प्रभावित महोबा जिले में आईआईटी कानपुर के छात्रों द्वारा किये प्रयोग के तहत कृत्रिम वर्षा कराई जायेगी।
अगले माह महोबा में होगी कृत्रिम वर्षा |
जिसके लिए पांच करोड़ का बजट भी पास कर दिया गया है। हालांकि इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी व जिले के सिंचाई विभाग के अधिकारी ऐसी किसी भी जानकारी से अनभिज्ञ हैं। उनका कहना है कि इस सम्बन्ध में अब तक शासन स्तर पर न तो कोई सूचना मांगी गयी है और न ही कृत्रिम वर्षा कराए जाने को लेकर उन्हें कोई सूचना प्रदान की गयी है।
पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने चरखारी स्थित पुराने महल आवास पर शनिवार को पत्रकारों से कहा कि बुंदेलखंड का महोबा जिला सूखे से जूझ रहा है, जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृत्रिम वर्षा की घोषणा की थी।
इसी के तहत पिछले वर्ष चीन द्वारा कृत्रिम वर्षा करने के लिए सरकार से पैक्ट हुआ था। वार्ता के बाद भी चीन ने वर्षा के लिए अपनी टेक्नोलॉजी देने से मना कर दिया था। इसके बाद आईआईटी कानपुर के छात्रों द्वारा एक प्रयोग किया गया, जिसमें सिंचाई मंत्री धर्मपाल को अपना डेमो दिखाकर बुंदेलखंड में वर्षा के लिए योजना तैयार कर ली गई है। इसमें बुंदेलखंड के महोबा जिले में कृत्रिम वर्षा के लिए 5 करोड़ का बजट भी पास कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि दिसम्बर माह के अंत तक कृत्रिम वर्षा करवाया जाना सम्भव हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अजरुन सहायक परियोजना अगले वर्ष तक चरखारी में पानी उपलब्ध करा देगी, जिससे बुंदेलखंड में सूखे की समस्या खत्म हो जाएगी।
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