मदरसे में बंधक बनाकर रखी गई 51 छात्राओं को मुक्त कराया गया
लखनऊ के सआदतगंज इलाके में स्थित मदरसा 'खदीजतुल कुबरा लिलबनात' में शुक्रवार शाम मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में दबिश देकर सालों से बंधक बनाकर रखी गयीं 10 से 15 साल की 51 छात्राओं को मुक्त कराया गया.
मदरसे में बंधक 51 छात्राएं मुक्त (फाइल फोटो) |
शुक्रवार शाम करीब 6.30 किसी व्यक्ति ने एसएसपी दीपक कुमार को ठाकुरगंज कैम्बवेल रोड से फोन कर मिलने की इच्छा जाहिर की. उसके बाद 5-6 लोग मिले और बताया कि यासीनगंज गढ़ी पीरखां सआदतगंज में संचालित मदरसा 'खदीजतुल कुबरा लिलबनात' में कई साल से लड़कियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है, लेकिन हम लोग कुछ कर नहीं पा रहे हैं. आप हमारी मदद करें.
इस पर एसएसपी ने एसपी पश्चिम के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया, जिसमें बाजारखाला व चौक सीओ तथा सर्किल के सभी थानों की पुलिस फोर्स शामिल थी. मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मदरसे में दबिश दी और वहां से 51 छात्राओं को मुक्त कराया.
पुलिस का कहना है कि मदरसे में 125 लड़कियां पढ़ती हैं, लेकिन शुक्रवार को वहां 51 लड़कियां मिली. पुलिस ने जब लड़कियों से पूछताछ की तो बताया कि मदरसा संचालक उनसे पैर दबवाता था और छेड़छाड़ करता था. विरोध करने पर मारता-पीटता था.
पुलिस ने छात्राओं से तहरीर लेकर आरोपित मदरसा संचालक कारी तैय्यब जिया पुत्र जनाब अब्दुल गफूर निवासी यासीनगंज को गिरफ्तार कर लिया.
इससे पूर्व इंदिरानगर के रहने वाले सैय्यद जिलानी अशरफ ने सीओ बाजारखाला को तहरीर देते हुए मदरसा संचालक के खिलाफ लड़कियों की सप्लाई करने का आरोप लगाया था. उन्होंने पुलिस को पत्र देते हुए लिखा है कि मदरसे की छात्राओं ने छत से पत्र फेंककर अपने को मुक्त कराने की गुजारिश की थी. लड़कियोें ने पत्र में लिखा है कि उन्हें असलहे दिखाकर डराया भी जाता है.
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