कांग्रेस विधायकों से प्रतिक्रिया लेने के लिये पार्टी के ‘वन टु वन संवाद कार्यक्रम’ पर तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी कलह चरम पर है और पार्टी सिर्फ अपनी साख बचाने का नाटक कर रही है।
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उन्होंने कहा, ‘‘अब कांग्रेस का ये अंतर्द्वंद उसके खात्मे का कारण बनेगा।’’
पिछले सप्ताह सचिन पायलट के एक दिन के अनशन का जिक्र करते हुए राठौड़ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पायलट ने अनशन करके चेता दिया कि अब सब्र का बांध टूट गया है।’’
राठौड़ ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को ‘झूठ और लूट की सरकार’ बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने जब जयपुर में टीम भेजी थी तब उसकी सुनवाई नहीं हुई थी लेकिन अब विधानसभा चुनाव को देखते हुए ‘वन टू वन संवाद’ हो रहा है।
दरअसल, राठौड़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर 25 सितंबर को राज्य में नेतृत्व में बदलाव के लिये बुलाई गई विधायक दल की बैठक का जिक्र कर रहे थे। हालांकि, यह बैठक नहीं हो सकी थी और गहलोत के वफादार विधायकों ने मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर एक समांतर बैठक कर पार्टी आलाकमान के निर्देश की अवहेलना करते हुए इस्तीफा दे दिया था।
गहलोत उस समय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे थे।