राजस्थान संकटः सियासी उठापटक के बीच कांग्रेसी नेताओं के दफ्तरों पर आयकर का छापा
राजस्थान के राजनीतिक संकट ने सोमवार को एक नया मोड़ ले लिया है। दरअसल आयकर विभाग के जांचकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है।
![]() कांग्रेस की विधायक दल की बैठक पर है सभी की नजर |
राजस्थान में राजनीतिक उठा-पटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक दो कांग्रेस नेताओं के घर एवं प्रतिष्ठान पर आयकर विभाग ने आज छापे की कार्रवाई की गई।
सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग की कार्रवाई के दौरान केन्दिय रिजर्व पुलिस बल की मदद ली है। इन दोनों नेताओं के अलावा राज्य में 22 स्थानो पर आयकर छापे मारे गए यह माना जा रहा है कि निर्दलीय विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका को देखते हुए छापे की कार्रवाई की गई है।
इनमें राज्य के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र चौधरी भी शामिल हैं, उनके दफ्तरों की तलाशी ली जा रही है।
आयकर छापों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
आख़िर भाजपा के वकील मैदान में आ ही गए।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 13, 2020
इनकम टैक्स विभाग ने जयपुर में रेड शुरू कर दी।
ई॰डी कब आएगी?#Rajasthan
इस दौरान जांचकतार्ओं द्वारा बेहिसाब नकदी, आभूषण, संपत्ति के कागजात और लॉकर को जब्त किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जांचकतार्ओं की टीम तलाशी के लिए भीलवाड़ा और झालावाड भी पहुंच चुकी है।
प्रवर्तन निदेशालय ने जयपुर के होटल फेयरमोंट पर छापा मारा। इस होटल में वैभव गहलोत के बिजनेस पार्टनर रतन कांत शर्मा की हिस्सेदारी है। वैभव, राजस्थान के मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र हैं।
कांग्रेस ने अपनी विधायक दल की बैठक को 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। मुख्यमंत्री के आवास पर करीब 74 विधायक पहुंच चुके हैं।
वहीं पार्टी व्हीप महेश जोशी ने कहा कि भाजपा "अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।"
राजस्थान में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सोमवार को जयपुर में होने वाली विधायक दल की बैठक पर कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता अपनी नजरें टिकाए हुए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायकों को व्यक्तिगत रूप से फोन करके उनसे इस बैठक में आने के लिए कह रहे हैं। पार्टी ने दिल्ली के दो नेताओं अजय माकन और रणदीप सिंह सुरजेवाला को भी भेजा है ताकि वे पार्टी हाईकमान को सही स्थिति की रिपोर्ट दे सकें।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जयपुर में होने वाली कांग्रेस विधायकों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से अपील की है। बगावती तेवर अपनाएं पायलट ने देर रात बयान दिया था कि वह बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने स्पष्ट करते हए कहा है कि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहीं भी कोई बयान नहीं दिया है। सुरजेवाला के मुताबिक विधायकों की संख्या को लेकर जो बातें कही जा रही है, उसे इन सबके लिए जिम्मेदार ठहराना गलत है।
इससे पहले राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे का भी बयान आया था कि पायलट उनसे फोन पर बात नहीं कर रहे हैं।
Over 90 MLAs at Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot's residence in Jaipur, for Congress Legislative Party meeting. The meeting has started: Sources. pic.twitter.com/QrnxjQxUKb
— ANI (@ANI) July 13, 2020
अशोक गहलोत खेमे के करीबी सूत्रों ने कहा है कि मुख्यमंत्री के पास संख्या है। हालांकि, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने देर रात अपने एक बयान में दावा किया कि 30 विधायकों ने उनके प्रति अपनी निष्ठा दर्शाई है, लिहाजा अब राजस्थान सरकार अल्पमत में है, वह बैठक में शामिल नहीं होंगे। लिहाजा अब सभी की निगाहें विधायक दल की बैठक पर हैं।
कांग्रेस के नेता परिणामों को लेकर चिंतित हैं। वहीं बहुत से लोगों को उम्मीद है कि पायलट को शांत करने के लिए एक सौहार्दपूर्ण समाधान पर काम किया जाएगा। बता दें कि राजद्रोह के आरोपों के तहत दायर एक शिकायत की जांच के लिए पुलिस द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद से उपमुख्यमंत्री दिल्ली में हैं।
पायलट फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं: राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी
जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले पार्टी के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पायलट बात ही नहीं कर रहे हैं। पांडे ने कहा कि पार्टी उन्हें सुनना चाहती है, लेकिन "अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी"।
इस वक्त जयपुर में मौजूद अविनाश पांडे ने फोन पर बताया, "मैंने सचिन पायलट से बात करने की कोशिश की है और उनके लिए मैसेज भी भेजे हैं, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।"
उन्होंने आगे कहा, "कोई भी पार्टी से ऊपर नहीं है और अन्य विधायकों की तरह उन्हें भी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि पार्टी तय मानदंडों के भीतर पायलट को सुनने के लिए तैयार है और "अनुशासनहीनता को सहन नहीं किया जाएगा, लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह बैठक में हिस्सा लेंगे"।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष अपनी पार्टी और गठबंधन के हर विधायक को सुनने के लिए तैयार हैं।
इस बीच सचिन पायलट ने कहा है कि राजस्थान में सरकार अल्पमत में है। उन्होंने देर रात अपने बयान में कहा कि वह बैठक में शामिल नहीं होंगे। लिहाजा अब सभी की निगाहें विधायक दल की बैठक पर हैं।
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