Jammu-Kashmir: किश्तवाड़ में धराली जैसी आपदा, बादल फटने से अब तक 12 शव बरामद; CM उमर ने अमित शाह को दी जानकारी, हेल्पलाइन नबंर जारी
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के पाडर उपखंड के चिशोटी गांव में गुरूवार को बादल फटने की घटना सामने आई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 12 लोगों के शव बरामद किये जा चुके है।
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जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मचैल माता मंदिर के मार्ग पर एक दूरदराज के गांव में बृहस्पतिवार को बादल फटने से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह बादल चशोती में फटा जो मंदिर के मार्ग पर स्थित ऐसा अंतिम गांव है जहां किसी वाहन से पहुंचा जा सकता है।
चशोती में दोपहर 12 बजे से अपराह्न एक बजे के बीच उस समय बादल फटा जब बड़ी संख्या में लोग मचैल माता मंदिर की यात्रा के लिए एकत्र हुए थे। चशोती से मंदिर तक की 8.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू होती है।
अधिकारियों ने बताया कि 12 शव बरामद किए गए हैं और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
चशोती किश्तवाड़ से लगभग 90 किलोमीटर दूर 9,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। श्रद्धालुओं के लिए आयोजित लंगर को बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में बादल फटने की भीषण घटना के बाद की स्थिति से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैंने अभी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह साहब से बात की और उन्हें जम्मू के किश्तवाड़ क्षेत्र में स्थिति के बारे में जानकारी दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना गंभीर है और बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से सटीक व सत्यापित जानकारी आने में देरी हो रही है। बचाव कार्यों के प्रबंधन के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से सभी संभव संसाधन जुटाए जा रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह चैनलों या समाचार एजेंसियों से बात नहीं करेंगे।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘सरकार जब भी संभव होगा, जानकारी साझा करेगी।’’
अमित शाह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य कर रहा है, एनडीआरएफ की कई टीम घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं। शाह ने आश्वासन दिया कि हर संभव सहायता दी जाएगी।
हेल्पलाइन नंबर जारी
जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनकी मदद से आपदा से जुड़ी जानकारी और सहायता प्राप्त की जा सकती है। पद्दार में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो चशोती गांव से लगभग 15 किलोमीटर दूर है, जहां यह आपदा आई।
नियंत्रण कक्ष के लिए पांच अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। लोग 9858223125, 6006701934, 9797504078, 8492886895, 8493801381, और 7006463710 पर संपर्क कर सकते हैं।
इनके अलावा, जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 01995-259555 और 9484217492 हैं, तथा किश्तवाड़ के पुलिस नियंत्रण कक्ष का नंबर 9906154100 है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से इस संबंध में बात की है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘चशोती क्षेत्र में बादल फटने की एक बड़ी घटना हुई है, जिससे भारी जनहानि होने की आशंका है। प्रशासन कार्रवाई में तुरंत जुट गया है और बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है।’’
उन्होंने कहा कि क्षति का आकलन किया जा रहा है और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन व्यवस्था की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के बाद मंदिर की वार्षिक यात्रा स्थगित कर दी गई है तथा प्राधिकारी सभी संसाधन जुटाने और बड़े पैमाने पर बचाव एवं राहत अभियान चलाने के लिए घटनास्थल रवाना हो गए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दो दल उधमपुर से किश्तवाड़ भेजे गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नरेश सिंह भी बचाव अभियान की निगरानी के लिए प्रभावित क्षेत्र रवाना हो गए हैं।
उपायुक्त ने कहा, ‘‘इलाके में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।’’
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना में हुई जानमाल की हानि पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘किश्तवाड़ के चशोती में बादल फटने की घटना से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। असैन्य, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) अधिकारियों को बचाव एवं राहत अभियान को और तेज करने तथा प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।’’
अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी की तलहटी में बसी घनी बस्ती में अचानक आई बाढ़ ने कई घरों को प्रभावित किया है।
विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि उन्हें बादल फटने की बड़ी घटना होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि फिलहाल किसी के पास सटीक आंकड़े हैं, लेकिन आशंका है कि इलाके में भारी नुकसान हुआ है।’’
शर्मा ने कहा कि वहां भारी नुकसान होने की आशंका है। उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा जारी रहने के कारण इलाके में काफी भीड़ है।’’
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