Raja Raghuvanshi Case: मेघालय में इंदौर के राजा रघुवंशी की उसकी पत्नी ने कराई थी हत्या, चार गिरफ्तार: पुलिस

Last Updated 09 Jun 2025 09:20:20 AM IST

Raja Raghuvanshi Case: मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) की हत्या में कथित रूप से उसकी पत्नी शामिल थी, जिसने भाड़े के हत्यारे बुलाए थे। मेघालय की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आई नोंगरांग ने सोमवार को यह जानकारी दी।


मेघालय में इंदौर के व्यक्ति की उसकी पत्नी ने कराई थी हत्या

डीजीपी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राजा की पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि रातभर की छापेमारी के बाद तीन अन्य हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया।

राजा (29) और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को सोहरा इलाके के नोंगरियात गांव में एक ‘होमस्टे’ से निकलने के कुछ घंटे बाद ही लापता हो गए थे। राजा का शव दो जून को गांव से 20 किलोमीटर दूर एक खाई में मिला था।

उन्होंने बताया, ‘‘एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया और दो अन्य आरोपियों को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इंदौर से पकड़ा।’’

नोंगरांग ने बताया, ‘‘सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण कर दिया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’’
डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया है कि सोनम ने रघुवंशी की हत्या के लिए उन्हें भाड़े पर बुलाया था।

उन्होंने कहा, ‘‘अपराध में संलिप्त कुछ और लोगों को पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश में अभियान अब भी जारी है।’’

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने राज्य और देश को झकझोर देने वाले इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की सराहना की।

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘राजा हत्याकांड में सात दिन के भीतर मेघालय पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है... मध्यप्रदेश के तीन हत्यारों को गिरफ्तार किया गया है। महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है तथा एक और हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अब भी जारी है।’’

इस बीच, इंदौर के पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शहर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मेघालय पुलिस ने इंदौर और इसके आस-पास से तीन लोगों को हिरासत में लिया है।

उन्होंने बताया कि रविवार देर रात की इस मुहिम में इंदौर पुलिस ने मेघालय की ईस्ट खासी हिल्स पुलिस की मदद की।

सिंह ने बताया कि राजा रघुवंशी के हत्याकांड का विस्तृत खुलासा मेघालय पुलिस करेगी।

सूत्रों के अनुसार, मावलखियात में एक पर्यटक गाइड अल्बर्ट पडे ने रघुवंशी और उनकी पत्नी को लापता होने के दिन तीन लोगों के साथ देखा था।

अल्बर्ट ने कहा कि उसने 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंगरियात से मावलखियात तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते समय तीन लोगों के साथ दंपति को देखा था।\

गाइड ने बताया कि उसने दंपति को पहचान लिया क्योंकि उसने पिछले दिन उन्हें नोंगरियात में लोकप्रिय ‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ देखने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को काम पर रखा।

‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ मेघालय में पेड़ों की जड़ों से प्राकृतिक रूप से बना पुल है जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

गाइड ने यह भी बताया कि दंपति के साथ आए तीनों लोग हिंदी में बात कर रहे थे जो दिखाता है कि वे स्थानीय लोग नहीं थे।\

दंपति के परिवारों ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की थी।

रघुवंशी का शव ‘वेइसाडोंग फॉल्स’ के पास एक खाई में मिला था। उनकी एक सोने की अंगूठी और चेन गायब थी, जिससे संदेह और बढ़ गया कि उनकी हत्या की गई।

एक दिन बाद, पास में ही खून से सना एक चाकू मिला और दो दिन बाद दंपति द्वारा इस्तेमाल किए गए रेनकोट जैसा ही एक रेनकोट सोहरारिम और उस खाई के बीच मावकमा गांव में मिला, जहां रघुवंशी का शव पाया गया था।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मामले की सीबीआई जांच का आदेश देने का अनुरोध किया है।\

शुक्रवार को सोनम के परिवार ने मेघालय पुलिस की जांच से असंतुष्टि जताते हुए केंद्र से मामले को सीबीआई को सौंपने का आग्रह किया।

सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मेरी बेटी का अपहरण कर लिया गया है और वह अब भी अपहरणकर्ताओं के चंगुल में है। मेघालय पुलिस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही है। वे शुरू से ही लापरवाह रहे हैं। मैं उनके लापता होने के दिन से ही सेना की तैनाती की मांग कर रहा हूं। अगर समय रहते ऐसा किया जाता तो वे सुरक्षित मिल जाते।’’

राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और दोनों 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए थे।

वे 22 मई को किराए के स्कूटर पर मावलखियात गांव पहुंचे।

उनका स्कूटर 24 मई को शिलांग से सोहरा जाने वाली सड़क के किनारे एक कैफे में लावारिस हालत में मिला, जिसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई।

एक पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में चार पुलिस उपाधीक्षकों की सहायता से एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है।
 

भाषा
शिलांग/इंदौर


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