Balasore Train Accident: पीएम मोदी पहुंचे बालासोर, लिया स्थिति का जायजा, घायलों से करेंगे मुलाकात
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार रात हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 261 हो गई है, जबकि लगभग 900 लोग घायल हुए हैं। घटना का जायजा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बालासोर पहुंचे हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति का जायजा लेने के लिए बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर पहुंचे हैं।
PM मोदी बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर स्थिति का जायजा लेने के बाद दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मिलने अस्पताल के लिए रवाना हो गए हैं।
#WATCH ओडिशा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। #OdishaTrainAccident pic.twitter.com/YwZ73Begph
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह दुर्घटना की समीक्षा बैठक की।
प्रधानमंत्री मोदी बालासोर में दुर्घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे है। पीएम कटक के अस्पताल का दौरा भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।#BalasoreTrainAccident pic.twitter.com/iPP5SGAZFe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2023
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार को ओडिशा के बालासोर जिले में ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना के स्थान पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। हादसे में अब तक 233 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है।
रेलवे ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी हैजिसकी अध्यक्षता दक्षिण-पूर्वी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे। रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है और इस प्रकार के सभी हादसों की जांच करता है।
दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए वैष्णव ने कहा, हमारा मुख्य ध्यान घायलों के बचाव, उपचार और यात्रियों की जानकारी उनके रिश्तेदारों तक पहुंचाने की है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घटना की विस्तृत उच्च-स्तरीय जांच की जाएगी और रेल सुरक्षा आयुक्त भी इस दुर्घटना की स्वतंत्र जांच करेंगे। गौरतलब है कि इस हादसे को पिछले 15 वर्षों में देश में हुई सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है।
#WATCH रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है। फिलहाल हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है। राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पहले से ही बहाली के लिए मशीने तैनात हैं: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बालासोर#BalasoreTrainAccident pic.twitter.com/Nl1Zcq5Jij
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2023
दुर्घटना के कारण के बारे में पूछे जाने पर, जिसमें 900 से अधिक लोग घायल हो गए, मंत्री ने कहा, जांच पूरी होने के बाद ही कारण का पता लगाया जा सकता है।
इस बीच, स्थिति और बचाव अभियान की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उन्होंने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
ओडिशा सूचना और जनसंपर्क विभाग ने कहा, बहानागा में दुखद रेल दुर्घटना के मद्देनजर, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक का आदेश दिया है। इसलिए राज्य में तीन जून को कोई राज्य उत्सव नहीं होगा।
शुक्रवार रात हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 261 हो गई है, जबकि लगभग 900 लोग घायल हुए हैं।
शुक्रवार शाम हुए हादसे में एक मालगाड़ी और दो यात्री गाड़ियां शामिल थीं। दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस और एसएमवीटी-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस के 17 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह पिछले 15 वर्षों में देश की सबसे खराब रेल दुर्घटनाओं में से एक है।
दक्षिण पूर्व रेलवे ने एक बुलेटिन में कहा: ट्रेन संख्या 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और ट्रेन संख्या 12864 सर एम विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 2 जून को शाम लगभग 6.55 बजे बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई।
खड़गपुर और भद्रक से चिकित्सा उपकरणों, डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ दुर्घटना राहत ट्रेनें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, 261 लोगों की मौत हुई है। लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में ले जाया गया है।
रेलवे के अनुसार, कोरोमंडल एक्सप्रेस चेन्नई की ओर जा रही थी, जबकि सर एम विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 1,000 यात्रियों के साथ हावड़ा की ओर आ रही थी।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हादसा उस समय हुआ जब कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए और एक छोड़ पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई जबकि कुछ डिब्बे बगल की पटरी पर गिर गए। उस पटरी पर एसएमवीपी-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस यशवंतपुर की तरफ से आ रही थी और हावड़ा की ओर जा रही थी।
एनडीआरएफ की सात टीमों, ओडीआरएएफ की पांच टीमों और 24 अग्निशमन इकाइयों, स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवकों ने रात भर क्षतिग्रस्त डिब्बों के ढेर में फंसे लोगों और शवों की तलाश जारी रखी।
रेलवे ने सीआरएस/एसई सर्किल ए.एम. चौधरी द्वारा जांच की भी घोषणा की है।
दिल्ली में रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूरे मलबे की छानबीन के बाद ही हताहतों की सही संख्या स्पष्ट हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि बचाव अभियान अभी भी जारी है।
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