Vadra-DLF भूमि सौदे में क्लीन चिट नहीं : हरियाणा सरकार

Last Updated 21 Apr 2023 05:17:01 PM IST

हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने शुक्रवार को कहा कि रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी (Skylight Hospitality) और डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड (DLF Universal Limited) के बीच जमीन के हस्तांतरण की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (SIT) ने कोई 'क्लीन चिट' नहीं दी है।


वाड्रा-डीएलएफ भूमि सौदे में क्लीन चिट नहीं : हरियाणा सरकार

पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है। एसआईटी अभी भी इससे जुड़े दस्तावेज प्राप्त कर रही है और मामले से जुड़े कई व्यक्तियों की जांच भी कर रही है।

प्रवक्ता ने बयान में कहा- एसआईटी की जांच का फोकस सिर्फ राजस्व नुकसान की जांच तक सीमित नहीं है, बल्कि जांच का उद्देश्य उन सभी लोगों को बेनकाब करना है जो कुछ व्यक्तियों को उच्च वित्तीय लाभ देने के मकसद से आपराधिक साजिश में शामिल हैं, और गुप्त लेन-देन में शामिल हैं।

गुरुग्राम में मानेसर के तहसीलदार द्वारा जमा की गई रिपोर्ट के विवरण का खुलासा करते हुए, प्रवक्ता ने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार यह कहा गया है कि स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 18 सितंबर, 2012 को डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को 3.5 एकड़ (वासिका नंबर 1435 विवादित भूमि) बेची थी और भूमि का यह हस्तांतरण भारतीय पंजीकरण अधिनियम, 1908 के अनुसार किया गया है और लेनदेन में किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया गया है।

प्रवक्ता ने कहा, कुछ समाचार पत्रों द्वारा इस रिपोर्ट को गलती से 'क्लीन चिट' के रूप में पेश किया जा रहा है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय सांसदों और विधायकों से जुड़े मामलों की जांच की बारीकी से निगरानी कर रहा है। इस संबंध में, सीडब्ल्यूपी-पीआईएल नंबर 29 ऑफ 2021 में प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से अदालत में पेश की जा रही है, जिसका शीर्षक कोर्ट ऑन स्व मोशन बनाम पंजाब राज्य और अन्य है।

प्राथमिकी संख्या 288/2018, पुलिस स्टेशन खेरकी दौला, गुरुग्राम में प्रगति रिपोर्ट भी इस मामले में राज्य द्वारा दायर व्यापक उत्तर का हिस्सा थी और इसे गलत तरीके से क्लीन चिट के रूप में माना जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई जांच की गहन समीक्षा के बाद पिछले महीने एसआईटी का पुनर्गठन किया गया था। प्रवक्ता ने आगे बताया कि राजस्व के साथ-साथ शहर और देश नियोजन मामलों के डोमेन ज्ञान वाले दो अनुभवी वरिष्ठ सिविल अधिकारियों को भी जांच में तेजी लाने के उद्देश्य से एसआईटी के साथ जोड़ा गया है।

आईएएनएस
चंडीगढ़


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