कश्मीरी पंडित कर्मचारी सामूहिक पलायन की तैयारी में!
कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के एक समूह ने घाटी में गैर मुस्लिम कर्मचारियों की आतंकवादियों द्वारा लक्षित हत्या के खिलाफ बुधवार को सामूहिक पलायन की तैयारी शुरू कर दी।
![]() सांबा : हिंदू शिक्षिका की हत्या के विरोध में जम्मू-पठानकोट राजममार्ग को जाम कर प्रदर्शन करते टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य। |
इन्हें समुदाय के लिए प्रधानमंत्री के पैकेज के तहत नौकरियां दी गई हैं।
समूह ने कहा कि वे बुधवार को ट्रक-मालिकों से मिल रहे हैं जहां वे उनके सामान को ले जाने के भाड़े पर बातचीत करेंगे।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों द्वारा एक शिक्षिका की गोली मारकर हत्या करने के कुछ घंटे बाद कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के एक संगठन ने धमकी दी थी कि अगर उन्हें 24 घंटे में सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित नहीं किया गया तो वे घाटी छोड़ देंगे।
यहां उनके एक प्रतिनिधि ने कहा, ‘हम ट्रक मालिकों से भाड़ा तय करने के लिए आए हैं। देखते हैं, आज शाम तक सरकार कोई फैसला लेती है या नहीं। अगर नहीं तो, फिर हम कल से यहां से पलायन शुरू कर देंगे।’
एक कर्माचारी ने कहा, ‘अगर सरकार 24 घंटे में हमारी (सुरक्षा के लिए) कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो एक बार फिर सामूहिक पलायन होगा।’ उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की लक्षित हत्या जारी है और समुदाय अब सरकार से अपील करते-करते थक गया है।
आवास तक सीमित किया : अधिकारियों ने बुधवार को प्रवासी कश्मीरी पंडितों के कर्मचारियों को उनके आवास तक सीमित कर दिया, क्योंकि उन्होंने हाल ही में आतंकवादियों द्वारा की गई हत्याओं के विरोध में घाटी छोड़ने की धमकी दी है।
अधिकारियों ने प्रवासी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को गांदरबल जिले के तुल्लामुल्ला इलाके, बडगाम जिले के शेखपोरा, अनंतनाग के वीसू और बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में रहने तक सीमित कर दिया।
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