मोदी सरकार ने असम में स्थायी शांति बहाल की : नड्डा

Last Updated 30 Mar 2021 07:24:43 PM IST

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने असम में मंगलवार को अपनी चुनावी रैलियों के दौरान कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने असम में लंबे समय तक शांति स्थापित की है और विकास के नए युग की शुरुआत की है।


भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा असम में एक रैली के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए।

नड्डा ने धामपुर (नलबाड़ी जिले), बिलसीपारा (धुबरी) और रानी (कामरूप) में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए दावा किया कि कांग्रेस के शासनकाल में हजारों नागरिक और सुरक्षाकर्मी मारे गए, लेकिन मोदी के साथ मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली सरकार ने आतंकवाद और हिंसा को पूरी तरह से नियंत्रित किया।


उन्होंने कहा कि पिछले साल बोडो समझौते के बाद, विभिन्न संगठनों के 4,000 से अधिक चरमपंथियों ने सरकार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और 5,000 से अधिक हथियार जमा किए हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी की तस्वीरों को असम के बजाय श्रीलंका और ताइवान के चाय बागानों के साथ टैग किया गया था। उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने टूलकिट अभियान का भी समर्थन किया था, जिसने भारतीय और असम की चाय को बदनाम किया था।"



नड्डा ने कांग्रेस की राजनीतिक विचारधारा पर कटाक्ष करते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी केरल में वामपंथी दलों के खिलाफ लड़ रही है, जबकि पश्चिम बंगाल में भाजपा को हराने के एकमात्र उद्देश्य के साथ उनके साथ हाथ मिला रही है। इसका धर्म आधारित राजनीतिक दल के साथ गठबंधन है।"

नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए शासन के दौरान, असम को 13वें वित्त आयोग से 80,000 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन के दौरान, असम को 14वें वित्त आयोग से 1.55 लाख करोड़ रुपये मिले, इसके अलावा कई मेगा प्रोजेक्ट शुरू हुए और पूरे हुए।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सौ साल पुराने ब्रिटिश युग के वन अधिनियम को संशोधित करते हुए बांस आधारित उद्योग को बढ़ावा देने और पूर्वोत्तर क्षेत्र में लाखों कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए बांस से ट्री टैग वापस ले लिया।

नड्डा ने भाजपा के घोषणापत्र के बारे में बताते हुए कहा कि असम की सबसे बड़ी फ्लैगशिप योजना 'ओरुणोदय' के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 3030 योग्य परिवारों को कवर करते हुए 830 रुपये के मासिक भुगतान को बढ़ाकर 3,000 रुपये किया जाएगा।

उन्होंने कहा, "असम को आवश्यक उपज के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए असम 'आहार आत्मनिर्भरता योजना' शुरू की जाएगी, जो राज्य को अगले पांच वर्षो के भीतर आवश्यक खाद्य पदार्थो में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करेगी।" उन्होंने कहा कि असम के युवाओं को हर साल दो लाख सरकारी नौकरियां भी दी जाएंगी।

भाजपा नेता ने कहा कि 'नामघर' और 'सतरस' (असम के पारंपरिक वैष्णव मठों) को मजबूत और संरक्षित करने के लिए ऐसे पारंपरिक संस्थानों को 2.5 लाख से 12,000 रुपये का अनुदान दिया जाता है। महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव ने 'नामघर' का प्रवर्तन किया, जिसका शाब्दिक अर्थ प्रार्थनाघर है। यह विशेष रूप से असम के मूल निवासी हिंदू धर्म के एकासरन संप्रदाय और समूचे असमिया समुदाय के लिए मंडलीय पूजा स्थान हैं।

नड्डा ने यह भी कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान जंगलों में शिकारियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद लुप्तप्राय जानवरों का अवैध शिकार पूरी तरह से रुक गया।

आईएएनएस
गुवाहाटी


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