ममता बनर्जी गरजीं - मोदी बंग्लादेश से वोट मांग रहे हैं, रद्द हो उनका वीजा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंग्लादेश से ‘वोट मांग’ रहे हैं।
![]() मुख्यमंत्री ममता बनर्जी |
बनर्जी ने आज यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा,“ चुनाव यहां हो रहे हैं और वह (प्रधानमंत्री) बंग्लादेश जाते हैं और बंगाल में भाषण देते हैं। यह आचार संहिता का उल्लंघन है।”
उन्होंने कहा, “ वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जब एक बंग्लादेशी अभिनेता ने हमारी रैली में भाग लिया, तो भाजपा ने बंग्लादेश की सरकार से बात कर उसका वीजा रद्द करवा दिया। जब यहां चुनाव हो रहे हैं, तो आप बंग्लादेश में एक वर्ग के लोगों से वोट मांगने के लिए जाएं, आपका वीजा क्यों नहीं रद्द किया जाना चाहिए। हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।”
उन्होंने कहा कि पूर्वी मेदिनीपुर जिले में नंदीग्राम से वह चुनाव लड़ रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल ‘लोगों को धमकाने के लिए गुंडों’को साथ लेकर घूम रहे हैं। वह 28 मार्च से एक अप्रैल को मतदान होने तक नंदीग्राम में रहेंगी।
ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा की “अन्य राज्यों के गुंडों का इस्तेमाल कर वोट लूटने की योजना” है। उन्होंने कहा कि सुवेन्दु अधिकारी और उनका परिवार ‘गद्दार’ है।
उन्होंने दावा किया कि राज्य की 30 विधानसभा क्षेत्रों में चुनावों से पहले उनके घर के एक सदस्य को शुक्रवार रात लोगों के बीच पैसे बांटते देखा गया।
ममता ने कहा कि केवल प्रधानमंत्री की दाढ़ी बढ़ रही है, अर्थव्यवस्था नहीं।
उन्होंने कहा, “ वह स्वयं को विवेकानंद और कभी-कभी रवींद्रनाथ टैगोर कहते है तथा अब उन्होंने एक स्टेडियम का नाम भी अपने नाम पर रख लिया है। लंबी दाढ़ी बढ़ाने से कोई रवींद्रनाथ टैगोर नहीं बना सकता।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक स्टेडियम का नामकरण अपने नाम पर किया है। प्रधानमंत्री ने कोविड प्रमाण पत्रों पर अपनी फोटो लगवाई है। इसरो उनकी फोटो अंतरिक्ष में भेज रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दिन ऐसा आयेगा जब वह देश का नाम उनके नाम पर रखा जायेगा।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने पश्चिम मेदिनीपुर जिला में नारायणगढ़ और पिंगला में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी शुभेंदु अधिकारी और उनके परिवार को गद्दार करार दिया।
ममता ने आरोप लगाया कि इस परिवार का एक सदस्य राज्य में 30 विधानसभा सीटों पर मतदान होने से कुछ घंटे पहले शुक्रवार रात लोगों को नोट बांट रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘कल, अधिकारी बंधुओं में एक को नोट बांटते देखा गया था...इलाके में महिलाओं ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया और पुलिस को उसे गिरफ्तार करने को कहा। उन्होंने 30 से अधिक गुंडों को भी (पुलिस के) हवाले किया, जिन्हें भाजपा ने बाहर से मंगाया था।’’
ममता ने कहा कि प्रथम चरण के मतदान (27 मार्च) के बाद भगवा पार्टी की किस्मत सील हो जाएगी।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘भाजपा बंगाल के बाहर से उन स्थानों पर गुंडे ला रही है, जहां उसकी कुछ पकड़ है। मैं राज्य की महिलाओं से करछी लेकर बाहर आने और इनका मुकाबला करने का अनुरोध करूंगी।’’
उन्होंने चुनाव आयोग से भी यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि मतदान निष्पक्ष तरीके से हो।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री (अमित शाह) पर तंज करते हुए कहा, ‘‘दिल्ली के अमित शाह बंगाल में मतदान कराना चाहते हैं। चुनाव आयोग से मैं अनुरोध करती हूं कि उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और बगैर पक्षपात के हो।’’
ममता ने यह भी कहा कि वह पूरब मेदिनीपुर के नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में मीर जाफरों (गद्दारों) पर भी नजर रखी हुई हैं, जहां एक अप्रैल को चुनाव होना है।
गौरतलब है कि अधिकारी परिवार के तीन सदस्यों ने पिछले कुछ महीनों में तृणमूल कांग्रेस छोड़ दिया और भाजपा का दामन थाम लिया। इस परिवार की पूरब मेदिनीपुर में अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है।
ममता का नंदीग्राम में मुकाबला शुभेंदु से है, जो कभी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख के करीबी नेता रहे थे।
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