ममता को चोट लगने पर सियासी संग्राम शुरु, EC ने मांगी रिपोर्ट, BJP ने कहा-'ड्रामा'
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने बृहस्पतिवार सुबह नंदीग्राम में उस स्थल का दौरा किया, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कथित रूप से हमला किया गया था।
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चुनाव आयोग (ईसी) ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और राज्य के विशेष पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दुबे से उस घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पैर में चोटें आई हैं।
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिला मजिस्ट्रेट विभू गोयल, पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश और अन्य अधिकारियों ने घटना की जांच करने के लिए बिरुलिया बाजार इलाके का दौरा किया।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों से बात की और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना के समय क्या हुआ था।
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, ‘‘हम घटना के दौरान वहां मौजूद रहे लोगों से बातचीत कर रहे हैं। हमें अभी तक उस घटना की कोई स्पष्ट फुटेज नहीं मिल पाई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अलग-अलग लोग घटना के बारे में अलग-अलग बातें बता रहे हैं। हम उस समय मौजूद लोगों की बात सुनने की कोशिश कर रहे हैं और इसके बाद हम निर्वाचन आयोग को अपनी रिपोर्ट भेजेंगे।’’
सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन दिन के उत्तरार्ध में निर्वाचन आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंप सकता है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कोई ऐसा व्यक्ति है, जिसने उस समय अपने मोबाइल फोन से घटना को रिकॉर्ड किया हो।’’
बनर्जी पर इस कथित हमले को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया हैं। तृणमूल समर्थकों का आरोप है कि यह ‘‘हमला पूर्व नियोजित षड्यंत्र’’ था, जबकि भाजपा कार्यकर्ता इसे झूठ बता रहे हैं।
ममता को पूर्वी मिदनापुर के नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान चोट लगी। पुलिस सूत्रों ने कहा कि इस बीच, पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक पी. निरजनारायण ने मुख्यमंत्री की चोट पर पूर्वी मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट भी मांगी। यह भी देखा जा रहा है कि क्या सुरक्षा चूक थी।
ममता ने कहा, "मैं अपनी कार के बाहर दरवाजा खोलकर खड़ी थी। मैं प्रार्थना करने के लिए एक स्थानीय मंदिर में जाने वाली थी। कुछ लोगों ने अचानक आकर कार के दरवाजे को धक्का दिया, जिससे मेरे पैर में चोट आई।"
वहीं, बैरकपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि ममता झूठ बोल रही हैं और उनका ड्रामा ध्यान आकर्षित करने और जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए लक्षित था।
सिंह ने कहा, "वह हर बार जनता की सहानुभूति पाने के लिए ऐसा करती हैं। यह कुछ और नहीं, बल्कि उसका नाटक है।"
ममता बनर्जी को नंदीग्राम से कोलकाता के सरकारी एसएसकेएम अस्पताल लाने के बाद समर्थकों की भारी भीड़ अस्पताल के बाहर एकत्र हो गई।
बनर्जी को देखने के लिए जब राज्यपाल जगदीप धनखड़ अस्पताल पहुंचे तो तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने ''वापस जाओ'' के नारे लगाए।
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