आदिवासी नहीं कर सकते भगवाधारी पर हमला, घटना के पीछे वामपंथी : सुनील देवधर
महाराष्ट्र के पालघर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के पीछे भाजपा लेफ्ट कनेक्शन देख रही है। भाजपा के नेशनल सेक्रेटरी सुनील देवधर ने घटना के पीछे वामपंथियों का हाथ बताया है।
भाजपा के नेशनल सेक्रेटरी सुनील देवधर (फाइल फोटो) |
सुनील देवधर के मुताबिक आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला नहीं कर सकते। आरएसएस के लंबे समय तक प्रचारक रहे और महाराष्ट्र के मूल निवासी सुनील देवधर इन दिनों त्रिपुरा के प्रभारी होने के साथ आंध्र प्रदेश के सह प्रभारी हैं। सुनील देवधर ने सोमवार को इसको लेकर कई ट्वीट भी किए।
उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, "आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला कर नहीं सकते। पालघर की हत्याएं चोर नहीं बल्कि साधु हैं, यह जान कर ही की गई। वर्षों से वामपंथियों का गढ़ रहे इस दहानू क्षेत्र का एमएलए भी सीपीएम-एनसीपी गठबंधन का है। हमलावरों को आदिवासी नहीं बल्कि मार्क्सवादी हत्यारे कहना ही उचित होगा।"
सुनील देवधर ने मॉब लिंचिंग के वायरल हुए वीडियो में एनसीपी और सीपीएम के नेताओं के मौजूद होने की बात कही।
आदिवासी कभी भगवाधारी पर हमला कर नहीं सकते|
— Sunil Deodhar (@Sunil_Deodhar) April 20, 2020
पालघर की हत्यांए चोर नहीं बल्कि साधु है यह जान कर ही की गयी।
वर्षोंसे वामपंथीयों का गढ़ रहे इस दहानू क्षेत्र का MLA भी सीपीएम-एनसीपी गठबंधन का है।
हमलावरोंको आदिवासी नहीं बल्कि #मार्क्सवादी_हत्यारे कहना ही उचित होगा।#पालघर_के_गुनहगार pic.twitter.com/Gi9lW5OYc2
सुनील देवधर के इस दावे के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी ट्वीट कर कहा, "महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा। एनसीपी और सीपीआई(एम) के नेता नेता पालघर की उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे?आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते हैं, इसका ये अर्थ नहीं है की आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे।"
महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा:
— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
NCP और CPI(M) के नेता पालघर के उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे?
आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते है इसका ये अर्थ नहीं है की आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे।
संतो की हत्या या साज़िश?? https://t.co/vb2RuWkoyF
बता दें कि देश में जारी लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र के पालघर जिले में बीते दिनों भीड़ ने दो साधु और एक ड्राइवर को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। मौके पर मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। रविवार को वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना मे अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
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