Delhi Rains: दिल्ली में जलभराव के कारण लगा ट्रैफिक जाम, प्रगति मैदान सुरंग लगातार चौथे दिन बंद

Last Updated 12 Jul 2023 12:24:08 PM IST

राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के बाद जलभराव के कारण प्रगति मैदान सुरंग बुधवार को लगातार चौथे दिन बंद रही।


दिल्ली पुलिस ने सुरंग के प्रवेश बिंदुओं पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, "सफाई और रखरखाव कार्य के कारण प्रगति मैदान सुरंग यातायात के लिए बंद रहेगी। यात्रियों को इसे ध्‍यान में रखकर अपनी यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी जाती है।"


इस बीच, जलभराव के कारण शहर के कई अन्य हिस्सों में भी यातायात जाम की सूचना मिली। महरौली, आईटीओ, कश्मीरी गेट, शेरशाह रोड, अरबिंदो मार्ग, रजोकरी समेत अन्य स्थानों पर ट्रैफिक की रफ्तार काफी धीमी रही।

 



ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट किया, "मेट्रो पिलर नंबर 507 के पास जलभराव के कारण स्वर्ण पार्क, मुंडका से टिकरी बॉर्डर की ओर जाने वाले कैरिएजवे में रोहतक रोड पर यातायात प्रभावित है।"

एक अन्य ट्वीट में कहा गया, "जखीरा से मोती नगर की ओर जाने वाले नजफगढ़ रोड पर पानी की पाइप लाइन फटने, सड़क पर जलभराव के कारण यातायात प्रभावित है।"



लोगों को इन रास्‍तों से बचने की सलाह दी गई है।

यमुना का जलस्तर 207.25 मीटर पर पहुंचा, और बढ़ने की आशंका

दिल्ली में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ के पानी से उफनती यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर 207.25 मीटर तक पहुंच गया है, जो 1978 के अब तक के रिकार्ड सर्वाधिक जलस्तर 207.49 के करीब है। सरकारी एजेंसियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़-निगरानी पोर्टल के अनुसार, पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जल स्तर 2013 के बाद पहली बार सुबह चार बजे 207 मीटर के निशान को पार कर गया था और बुधवार को सुबह आठ बजे तक बढ़कर यह 207.25 मीटर तक पहुंच गया।

सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, बुधवार दोपहर 12 बजे तक नदी का जलस्तर बढ़कर 207.35 मीटर हो जाएगा तथा जलस्तर में आगे भी वृद्धि होगी।

दिल्ली में पिछले तीन दिनों में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसका जलस्तर रविवार को सुबह 11 बजे 203.14 मीटर दर्ज किया गया था, जो उम्मीद से 18 घंटे पहले ही खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया।

यमुना का जलस्तर सोमवार की रात 206 मीटर के निशान को पार कर गया था, जिससे बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना पड़ा और सड़क और रेल यातायात के लिये पुराने रेलवे पुल को बंद कर दिया गया।

सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के मुताबिक, यमुना का मौजूदा 207.25 मीटर का जलस्तर 2013 के बाद सबसे अधिक है, जब यमुना 207.32 मीटर के स्तर पर पहुंच गई थी।

एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश से ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में जल का स्तर बढ़ने और संतृप्त मिट्टी के कारण यमुना के जलस्तर में अचानक वृद्धि हुई।

विभाग ने बताया कि निचले इलाके में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

उन्होंने बताया कि जागरूकता, निकासी और बचाव कार्य के लिए 45 नावें तैनात की गई हैं और निकाले गए लोगों को राहत प्रदान करने के लिए गैर सरकारी संगठनों की मदद ली जा रही है।

विभाग ने कहा, "पुराने रेलवे पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। अतिरिक्त पानी छोड़ने और लंबे समय तक उच्च जल स्तर को रोकने के लिए ओखला बैराज के सभी दरवाजे खोल दिए गए हैं।"

विभाग ने बताया कि इस काम के लिये संबंधित जिलों के सभी जिलाधिकारी और उनकी सेक्टर समितियां सतर्क हैं और बाढ की स्थिति से निपटने के लिये सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली पुलिस, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय करते हुए काम कर रही हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को कहा था कि दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका नहीं है, लेकिन सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

दिल्ली सरकार ने पहले रविवार और बाद में मंगलवार को बाढ़ की चेतावनी और जारी की थी और अधिकारियों से सतर्क रहने और संवेदनशील इलाकों में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया था। इसके अलावा, त्वरित प्रतिक्रिया दल और नौकाएं तैनात की गई हैं।

दिल्ली सरकार ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों और यमुना के जलस्तर की निगरानी के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष सहित 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।

 

आईएएनएस/भाषा
नई दिल्ली


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