यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करना लैंगिक न्याय को एक बड़ी श्रद्धांजलि होगी: जेएनयू कुलपति

Last Updated 23 Aug 2022 07:04:23 AM IST

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धूलिपुडी पंडित ने 'समान नागरिक संहिता' यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की वकालत की है।


जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धूलिपुडी पंडित

देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने का समर्थन करते हुए जेएनयू की कुलपति ने कहा कि स्वयं भीमराव अंबेडकर समान नागरिक संहिता को लागू करना चाहते थे। जेएनयू की कुलपति ने सोमवार को अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित किए गए एक व्याख्यान श्रृंखला में यह बात कही। जेएनयू की वीसी प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित ने यहां जेंडर जस्टिस, डिकोडिंग दा यूनिफॉर्म सिविल कोड, विषय पर चर्चा के दौरान अपने यह विचार सामने रखें। जेएनयू की कुलपति ने सोमवार को कहा कि 'समान नागरिक संहिता' को लागू करना देश में लैंगिक न्याय के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। इस व्याख्यान श्रृंखला में उन्होंने कहा कि भारत के प्रथम कानून मंत्री भीमराव अंबेडकर भी समान नागरिक संहिता को लागू करना चाहते थे। जेएनयू की कुलपति ने कहा कि गोवा में एक समान नागरिक संहिता है। यह पुर्तगालियों के समय लागू की गई थी, वहां हिंदू, ईसाई और बौद्ध भी हैं और सभी ने इसे स्वीकार किया है।

उन्होंने कहा कि जब तक हमारे पास सामाजिक लोकतंत्र नहीं है, हमारा राजनीतिक लोकतंत्र एक मृगतृष्णा है। लैंगिक न्याय के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि आज भी 54 विश्वविद्यालयों में से केवल छह में महिला कुलपति हैं, केवल एक आरक्षित वर्ग से है। लिंग आधारित भेदभाव के कारण बाबासाहेब आज और भी प्रासंगिक हैं।



वहीं दूसरी ओर सोमवार को जेएनयू में छात्रों और सिक्योरिटी गार्ड के बीच मार पिटाई का एक मामला सामने आया है। छात्रों का कहना है कि छात्रवृत्ति मांगे जाने पर उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ और गार्डस ने छात्रों से मारपीट की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का आरोप है इसमें एक दिव्यांग छात्र को भी पीटा गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मुताबिक इस मार पिटाई में एबीवीपी जेएनयू के प्रेसिडेंट रोहित कुमार समेत 6 स्टूडेंट घायल हो गए। एबीवीपी ने बताया कि देर शाम जेएनयू के सुरक्षा अधिकारी नवीन यादव, सुरक्षा सूर्य प्रकाश के खिलाफ पुलिस में 5 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कई छात्रों का कहना है कि लंबे समय से बेवजह उनकी छात्रवृत्ति रोकी जा रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों का आरोप है कि 2 सालों से उनकी छात्रवृत्ति रुकी हुई है। 2 सालों से रुकी हुई इसी छात्रवृत्ति को रिलीज करवाने की मांग को लेकर सोमवार को कई छात्र जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन से गुहार लगाने पहुंचे। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन से इस मुद्दे पर बातचीत से पहले ही स्टाफ और वहां खड़े गार्ड ने छात्रों को घेर लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी। छात्रों के मुताबिक गार्डस द्वारा की गई पिटाई में एक दिव्यांग छात्र समय आधा दर्जन छात्र घायल हो गए हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय परिसर में हुई इस मारपीट का एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में घायल छात्र अपने आप पर हुए हमले के लिए विश्वविद्यालय के गार्ड को जिम्मेदार ठहरा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पूरे मामले सी जांच करवाने की बात कही है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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