देश के लिए अंतिम सांस तक मेहनत करुंगा : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि मेरे लिए देश सबसे ऊपर है और अपने देश को बेहतर बनाने के लिए आखिरी सांस तक मेहनत करुंगा।
![]() दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल |
उनकी पार्टी की विचारधारा के तीन प्रमुख स्तभं हैं। कट्टर देशभक्ति, ईमानदारी और मानवता और यह उनके रोजगार बजट में भी प्रदर्शित हो रहे हैं। विधानसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को उन्होंने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ राशन से चोरी रोकी जा सकती है पर मैं इसे लागू दिल्ली में नहीं कर पाया। चर्चा के जवाब में उन्होंने एक बार फिर बजट की काफी बातों को दोहराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम रेडलाइट पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए 10 करोड़ रु पए में शानदार आवासीय स्कूल बनाएंगे। हमने सरकारी अस्पतालों में सारा इलाज फ्री कर दिया। अब मेरी किसी बहन-बेटी को गरीबी की वजह से इलाज कराने के लिए खुद को बेचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
रोजगार बजट’ के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री कहा कि दिल्ली विधानसभा में जो बजट प्रस्तुत किया गया है, यह कोई मामूली डॉक्यूमेंट नहीं है। यह एक ऐतिहासिक बजट है। हर राजनीतिक पार्टी चुनाव के पहले कहती थी कि हम आएंगे, तो पांच लाख नौकरी दे देंगे, दस लाख नौकरी दे देंगे। चुनाव जीतने के बाद कोई रोजगार की बात नहीं करता है। उसके बाद फिर बंदरबांट होती है।
आजाद भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि एक बजट, जो केवल रोजगार के इर्द-गिर्द बनाया गया है। उन्होंने कहा कि हम जो इतनी सारी चीजें करते हैं। मसलन, स्कूल, अस्पताल बनाते हैं। यह हम क्यों करते है। हमारी पार्टी की विचारधारा ऐसी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इन्कम टैक्स में नौकरी किया करता था।
दिल में बहुत ज्यादा जज्बा था, कि देश के लिए कुछ करना है। मैंने इनकम टैक्स की नौकरी छोड़ी और सुंदर नगरी की झुग्गियों में काम करने लगा। मैं एक झुग्गी लेकर कई दिनों वहां खुद भी रहा। मैं देखना चाहता था कि इस देश के गरीब का दर्द क्या है? इससे पहले उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चर्चा के जवाब दिए।
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