स्कूलों, स्टेडियम, बैंक्वेट व कम्युनिटी हॉलों में होगी बेड की व्यवस्था

Last Updated 14 Jun 2020 05:54:01 AM IST

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि स्कूलों, स्टेडियम, बैंक्वेट हॉल व कम्युनिटी हॉल में कोविड सेंटर बनाने की व्यवस्था की जा रही है।


स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

शनिवार दिन में राजधानी में मरीजों का आंकड़ा 36,824 पहुंच चुका है जिसमें 22,212 एक्टिव मरीज हैं। 1,214 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली के अस्पतालों में करीब 5,700 लोग भर्ती हैं। इसमें 345 लोग आईसीयू में भर्ती हैं। राजधानी में बढ़ रहे केस के सापेक्ष सरकार की चल रही तैयारियों के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों ने बेड आदि के इंतजाम करने का आंकलन करके दिया है, उसी के मुताबिक हम चल रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि 30 जून तक जितने बेड की जरूरत पड़ने की संभावना है, उसकी तैयारियां हम 20 जून तक पूरी कर लेंगे और 15 जुलाई तक जितने बेड की जरूरत पड़ेगी, उसकी तैयारी 30 जून तक कर लेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी सभी अस्पतालों से इलाज करने का रेट मंगाया गया है। ज्यादातर अस्पतालों के रेट आ चुके हैं। कोरोना के केस दिल्ली सहित पूरे देश में हैं। हमें लगता है कि यह मान कर नहीं चलना चाहिए कि सिर्फ  इसी क्षेत्र में ज्यादा केस हैं। कुछ समय बाद दूसरे का भी नंबर आ सकता है। एक समय कहा जा रहा था कि अमेरिका, इटली और यूके में ज्यादा केस हैं। भारत में बिल्कुल केस नहीं है। तब भारत में कुल 100 केस थे। इसके बाद भारत में भी केस बढ़े। भारत में भी अलग-अलग जगह और शहरों का अलग-अलग पैरामीटर है। कोई एक महीना पीछे है, तो कोई एक महीना आगे है। मुंबई शहर की बात करें, तो दिल्ली अभी मुंबई में 10 से 12 दिन पीछे चल रही है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में अभी भी केस को दोगुना होने की दर 13 से 14 दिन है। आज की तारीख में 37 हजार केस है। यह 37 हजार केस होने में तीन से चार महीने लगे, लेकिन आने वाले 13 से 14 दिन में 37 हजार से केस दोगुने हो सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रिकवरी रेट कम नहीं है।

सत्येंद्र जैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली की जांच में ज्यादा नहीं, सिर्फ  दस गुना का फर्क है। उत्तर प्रदेश में दिल्ली की अपेक्षा दस गुना कम जांच की जा रही है, इसलिए वहां पर दस गुना कम केस सामने आ रहे हैं। एलएनजेपी अस्पताल के संबंध में कहा कि दो दिन पहले की एक वीडियो वायरल हुई थी, वह एक संविदा कर्मचारी ने बनाई थी। उसे निलंबित भी कर दिया गया है। वह वीडियो जानबूझ कर बनाई गई थी। एलएनजेपी अस्पताल में मरीजों को दिन में चार बार भोजन दिया जाता है। इसके अलावा फल और पानी का भी इंतजाम किया जाता है।  जैन ने कहा कि आईसीएमआर की गाइड लाइन का उल्लंघन नहीं कर सकते हैं। उस गाइड लाइन में स्पष्ट कहा गया है कि किसकी जांच हो सकती है और किसकी नहीं हो सकती है। आईसीएमआर की शर्तों को हटा दे, तो जो भी लोग चाहेंगे, वह अपनी जांच करा सकते हैं।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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