मध्य दिल्ली में पार्किंग विवाद ने लिया सांप्रदायिक रंग

Last Updated 02 Jul 2019 05:45:11 AM IST

सेंट्रल दिल्ली के हौजकाजी इलाके में रविवार देर रात स्कूटी पार्किंग को लेकर हुए विवाद और सोशल मीडिया पर अफवाहों के बीच दो समुदायों के बीच झड़प के बाद बवाल हो गया। मॉब लिंचिग की अफवाह के बाद हजारों लोगों की भीड़ ने हौजकाजी थाने का घेराव कर दिया।


पुरानी दिल्ली के लाल कुआं इलाके में दो समुदायों की झड़प के बाद हुए तनाव के मद्देनजर मौके पर तैनात सुरक्षा कर्मी। फोटो : सहारा न्यूज ब्यूरो

इसके बाद कुछ शरारती लोगों ने पास के एक धार्मिंक स्थल (एक मंदिर) पर पथराव कर तोड़फोड़ कर दिया। इस दौरान दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। देर रात दोनों ओर से खूब नारेबाजी हुई। इस बीच कुछ लोगों ने आधा दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ भी कर दी। वहीं बवाल की खबर मिलते ही संयुक्त आयुक्त राजेश खुराना व जिले के कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस के जवानों को इलाके में तैनात कर दिया गया है। ऐसे में पुलिस ने इलाके में बेरिकेडिंग कर दी। सोमवार को भी पूरे इलाके में तनाव रहा। दिनभर रह-रहकर दोनों ओर से नारेबाजी होती रही। भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने दोपहर के समय कुछ मीडियाकर्मिंयों के साथ मारपीट कर उनके कैमरे भी तोड़ डाले। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। दोनों समुदायों के लोगों को समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराने के प्रयास किए जा रहे थे।

पुलिस के मुताबिक वारदात पुरानी दिल्ली के लालकुआं स्थित हमदर्द दवाखाने के पास गली चाबुक वाली में हुई। कारोबारी युवक आस मोहम्मद (32) अपने परिवार के साथ यहां रहते हैं। इसी गली में संजीव गुप्ता (28) नामक युवक अपने परिवार के साथ रहता है। उसकी गोलगप्पे और चाट की दुकान है। रविवार रात करीब 10.00 बजे आस मोहम्मद अपनी स्कूटी लेकर गली में पहुंचा। आस मोहम्मद अपनी स्कूटी को संजीव की दुकान के सामने पार्क करने लगा। संजीव के विरोध करने पर आस मोहम्मद वही स्कूटी पार्क करने की जिद पर अड़ गया। इधर, दोनों के बीच कहासुनी के बाद दोनों ओर से तीन-चार युवक वहां पहुंच गए। इनके बीच मारपीट भी हो गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस संजीव व आस मोहम्मद को मेडिकल कराने के लिए थाने ले आई। सूत्रों के मुताबिक इस बीच व्हाट्सऐप व फेसबुक पर अफवाह फैल गई कि एक समुदाय के युवक को मॉब लिंचिंग का शिकार बनाया गया है। अफवाह के फैलते ही एक समुदाय की भारी भीड़ थाने पहुंच गई। जिसके बाद थाने के बाहर दोनों समुदाय के लोगों ने मिलकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। हालांकि इस मामले की जैसी खबर रात करीब 11 बजे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मिली वह तुरंत मौके पर पहुंच गए और इस दौरान स्थानीय कुछ नेताओं के साथ मिलकर भीड़ को समझाने का प्रयास किया गया।
लेकिन रात करीब 12.30 बजे एक समुदाय के कुछ शरारती तत्वों ने पास की दुर्गा मंदिर गली के एक धार्मिंक स्थल (दुर्गा मंदिर) पर पथराव कर दिया। वहां धार्मिंक स्थल के शीशे टूटने के अलावा कुछ मूर्ति भी खंडित हो गई। इसकी सूचना मिलते ही दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। रह-रहकर दोनों के बीच पथराव होता रहा। देर रात करीब 3.00 बजे तक चले बवाल के बाद पुलिस ने दोनों समुदाय के लोगों को समझा बुझाकर घर भेज दिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सोमवार सुबह करीब 7.00 बजे कुछ लोगों ने फतेहपुरी मस्जिद के बाहर एकत्र होकर धार्मिंक नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद दोबारा इलाके में तनाव हो गया। एहतियातन दोनों समुदायों के मोहल्ले में पुलिस ने बेरीकेडिंग कर दी। बवाल की कवरेज करने पहुंचे दो समाचार पत्रों के फोटोग्राफर के साथ मारपीट भी की गई। हमले के दौरान एक फोटोग्राफर का सिर भी फट गया और उसका कैमरा तोड़ दिया।  वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि माहौल खराब करने और बवाल करने के मामले में दिल्ली पुलिस दोनों ओर से क्रॉस केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है।  पुलिस ने दोनों समुदायों के बुजुर्ग लोगों को बुलाकर शाम करीब 7.00 बजे एक मीटिंग रखी। जिसमें दोनों समुदाय के लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की गई है। हौजकाजी इलाके में हुए बवाल के बाद सोमवार को दिनभर चावड़ी बाजार, अजमेरी गेट, हौजकाजी, लालकुंआ, नई सड़क, बल्लीमारान व आसपास की दुकानें बंद रही। ज्यादातर लोग भी अपने घरों में मौजूद रहे। हालांकि शरारती तत्व घटना स्थल पर पहुंचकर नारेबाजी और हंगामा करते रहे।

 

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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