हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टर हड़ताल पर

Last Updated 21 May 2019 05:41:34 AM IST

बीते तीन महीने से सैलरी नहीं मिलने, पीने के पानी का प्रबंधन करने में अस्पताल प्रशासन की नाकामी के विरोध में नॉर्थ एमसीडी के सबसे बड़े हिंदूराव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।


हिंदूराव अस्पताल के रजिडेंट डॉक्टर्स समय से वेतन न मिलने को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।

सोमवार को यहां आने वाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि हड़ताली डाक्टरों का तर्क है कि मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए एकेडेमिक ब्लाक में पैरलल (समानांतर) ओपीडी लगाकर देखा गया। बेशक आरडीए ने दावा किया लेकिन मरीजों को  बीते तीन दिनों की तरह ही आधी-अधूरी स्वास्थ्य सेवाएं ही मयस्सर हो सकीं। डाक्टरों की अस्थायी टेबल के आगे मरीजों की लंबी लाइनें थी। यहां पर जगह कम थी इस वजह से उन्हें वहां खड़े होकर अपनी बारी का इतंजार करते देखा गया। इस गर्मी में वे पसीने से लथपथ होकर अदद इलाज के लिए भटकते रहे। 

नहीं हो सके ऑपरेशन : अस्पताल में ओटी के बाहर नीले रंग का गाउन पहने रोहित ने कहा कि उसके पेट में अल्सर की आज सर्जरी नहीं हो सकी। सोमवार को कुल यहां सर्जरी यूनिट में 19 सर्जरियां प्लान की गई थीं। उसकी सूची भी चस्पा की गई थी। इसी तरह से मरीजों का एक्सरे और अल्ट्रासाउंड तक नहीं किए जा सके। स्त्री एवं प्रसूति यूनिट, मेडिसिन, आथरेपैडिक ब्लाक, त्वचा एवं रतिज रोग विभाग में भी मरीजों की लंबी लाइनें थी लेकिन डाक्टर कक्ष से नदारद थे।कमोवेश ऐसे ही दिक्कतें अन्य वाडरे में भर्ती मरीजों की थी। उन्हें रूटीन जांच के लिए डाक्टरों की टीम नहीं आई।

वेतन नहीं तो काम नहीं : इस बीच आरडीए के अध्यक्ष डा. राहुल चौधरी ने कहा कि समय पर वेतन ना मिलने के कारण आज (सोमवार) से आरडीए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है लेकिन सारे डाक्टर यहां आने वाले मरीजों की सेवा जारी रखे हुए हैं। राहुल ने कहा कि अलग से ओपीडी बनाकर सारे रजिडेंट डाक्टर मरीजों को देख रहे हैं। करीब 1200 बिस्तर के इस अस्पताल में करीब 500 रेजिडेंट डाक्टर हैं। समय पर वेतन न मिलने के कारण यहां के आरडीए में रोष है। उनका कहना है कि वह सैलरी ना मिलने तक हड़ताल जारी रखेंगे। पेशेंट्स को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए उन्होंने अकैडमिक ब्लॉक में ओपीडी लगाई है जहां बाहर बैठकर ही डॉक्टर पेशंट्स को देख रहे हैं।

हालांकि दूसरे विभागों में सीनियर डॉक्टरों को ही पेशेंट्स को देखना पड़ेगा। साथ ही आज के ऑपरेशन भी लगभग रद्द कर दिए गए।   अस्पताल की रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन (आरडीए) के जनरल सेक्रेटरी डा. संजीव चौधरी के मुताबिक पहले अस्पताल में तीन-तीन घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक करके अस्पताल प्रशासन को अल्टीमेटम दिया गया था लेकिन उन्होंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और सैलरी को लेकर कोई बात नहीं की।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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