डाक्टर, नर्सिंग स्टाफ तीसरे दिन भी रहे तीन घंटे की हड़ताल पर

Last Updated 19 May 2019 06:43:55 AM IST

नियमित वेतन देने समेत अन्य लंबित मांगों संबंधी मामले में हिंदूराव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों और उत्तरी नगर निगम प्रशासन के बीच वेतन और कामकाज के मुद्दे पर शनिवार को दो चरणों में हुई बैठकें बेनतीजा ही रहीं।


डाक्टर, नर्सिंग स्टाफ तीसरे दिन भी रहे तीन घंटे की हड़ताल पर

इससे डाक्टरों व नर्सिंग स्टाफ की तीन घंटे की क्रमिक हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। अब सोमवार से डाक्टर बेमियादी हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। इस बीच तीसरे दिन भी ओपीडी, इमरजेंसी, पैथलैब्स, इमेजिंग सेंटर में इलाज और निदान की आस में आने वाले मरीजों को आधे-अधूरे इलाज के ही लौटना पड़ा। प्रसूति कक्ष के बाहर प्रसूताओं को इलाज नहीं मिला लिहाजा उनके परिजन उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए विवश हुए तो वहीं आथरेपैडिक यूनिट में प्लास्टर कटवाने आए मरीजों ने हंगामा किया।
दिन भर रही बैठकों की गहमागहमी : पहली बैठक प्रात: 9 बजे चिकित्सा अधीक्षक कक्ष में हुई जबकि दूसरी बैठक हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मध्य दोपहर 12 बजे हुई। डाक्टर अपना रुका हुआ वेतन अविलंब जारी करने की मांग कर रहे थे और अधिकारी तर्क दे रहे थे कि उनके पास जैसे ही दिल्ली सरकार फंड जारी करेगी वह उनके खाते में राशि ट्रांसफर कर देंगे। तब तक स्वास्थ्य सेवाएं बहाल कर दें लेकिन डाक्टरों और नर्सों ने इस शर्त को अस्वीकार कर दिया। सनद् रहे कि तीन महीनों से वेतन न मिलने से परेशान डॉक्टरों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है।
हिंदूराव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राहुल चौधरी ने कहा कि उत्तरी निगम आयुक्त की ओर से वेतन को लेकर कोई आश्वासन नहीं मिला है। इसलिए सोमवार से ओपीडी और इमरजेंसी विभाग पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे। साथ ही अस्पताल के सभी 300 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
 डा. चौधरी ने कहा कि अभी तक उन्होंने सिर्फ  तीन घंटे की हड़ताल की थी, लेकिन, अब पूरे दिन हड़ताल करेंगे। वे अस्पताल में ओपीडी और इमरजेंसी में काम करने की बजाय सड़क पर कुर्सी और मेज लगाकर मरीज देख लेंगे। उन्होंने कहा कि इससे प्रशासन पर दबाव बनेगा और वे जल्द हमारे वेतन के लिए प्रयास करेंगे। अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को पहले ही बता दिया गया है कि सोमवार से अस्पताल के डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। ऐसे में वह दूसरे अस्पतालों का रु ख करें तो बेहतर रहेगा।
.. तो 100 से अधिक सर्जरी रद्द होंगी : हिंदूराव उत्तरी निगम का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां 980 बेड उपलब्ध हैं। अस्पताल की ओपीडी में रोजाना लगभग चार हजार मरीज आते हैं और लगभग 100 सर्जरी होती हैं। डॉक्टरों की बेमियादी हड़ताल के बाद मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सोमवार को लगभग 100 ऑपरेशन रद्द हुए तो सर्जरी के लिए पहले से वेटिंग में लगे मरीजों को और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। शनिवार और रविवार दो दिन छुट्टी होने की वजह से सोमवार को मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
अन्य संगठनों का भी मिला समर्थन : हिंदूराव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल को दूसरे अस्पताल के डॉक्टरों ने भी अपना समर्थन दिया है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (फोर्डा) के अलावा एम्स, राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग, एलएनजेपी समेत कई अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशनों ने सोमवार से हिंदूराव में होने वाली हड़ताल को समर्थन दिया है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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