अधिकार की लड़ाई में बाघिन को मारकर खा गया बाघ
मध्य प्रदेश में मण्डला जिले के कान्हा बाघ संरक्षित क्षेत्र में एक बाघिन की मौत हो गई है। पार्क प्रबंधन का अनुमान है इलाके को लेकर हुई आपसी लड़ाई में बाघ ने ही बाघिन को मारा है और इसे खाया है।
(फाइल फोटो) |
कान्हा बाघ संरक्षित क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक के कृष्णमूर्ति ने बताया कि वन विभाग के गश्ती दल को 19 जनवरी को कान्हा वन्यक्षेत्र मुंडीदादर बीट में तकरीबन डेढ़ किलोमीटर के इलाके में एक बाघिन के चार पंजे, खोपड़ी, पसली और हड्डियां फैली हुई मिली हैं। इनमें से एक पंजा आंशिक रूप से खाया हुआ था।
उन्होंने कहा कि उसी दिन इसी इलाके में एक बाघ को भी गश्ती दल ने देखा था।
इससे पार्क प्रबन्धन का अनुमान है कि इलाके को लेकर हुई आपसी लड़ाई में इस बाघ ने ही बाघिन को मारकर खाया है।
मौके से मिले परिस्थितिजन्य साक्ष्य के अनुसार यह भी आशंका जताई जा रही है कि बाघ इस बाघिन को करीब 700 मीटर तक घसीट कर ले गया है।
एक सवाल के जवाब में कृष्णमूर्ति ने बताया कि एक बाघ दूसरे बाघ का मांस खा लेता है। यह कभी कभार होता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसमें संदेह नहीं कि अन्य मांसाहारी जानवर भी इस बाघिन को मरने के बाद खा सकता हैं।
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