बैतूल में पकड़ाया बाघ भोपाल में वन विहार पहुंचा
मध्यप्रदेश के बैतूल के पास राठीपुर के जंगल में शनिवार को सतपुडा टाइगर रिजर्व की टीम ने एक नर बाघ को रेस्क्यू करके पकड़ा है.
(फाइल फोटो) |
यह बाघ दोनों पैर से लकवाग्रस्त है जिसकी वजह से वह पिछले दो दिनों से एक नाले में बैठा हुआ था. ग्रामीणों के सूचना पर मौके पर पहुंचे दल ने बाघ को पकड़ने के लिए पहले घेरा बंदी की और फिर उसे ट्रेंकुलाइज करने के बाद पकड़कर यहां वन विद्यालय लाया गया जहाँ नागपुर स्थित वाइल्ड लाइफ कंजरवेशन ट्रस्ट और सतपुडा टाइगर रिजर्व के डॉक्टरों ने बाघ का उपचार कर उसे वन विहार भोपाल के लिए रवाना कर दिया है.
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बैतूल के मुख्य वन संरक्षक आर एस अलावा ने बताया कि बाघ के दिसम्बर से इस इलाके में मूवमेंट की जानकारी थी. उसने कुछ दिनों पहले यहाँ शिकार भी किया था.
राठीपुर के पास एक ही जगह बैठे रहने के सवाल पर उन्होंने बताया कि शायद वह पहाड़ी से गिरकर घायल हो गया था इसलिए चल फिर नहीं पा रहा है. इधर डॉक्टरों के मुताबिक बाघ के ऊँची जगह से नीचे गिरने के कारण उसके पिछले दोनों पैर लकवाग्रस्त हो गए है. पकड़ा गया बाघ तीन से साढ़े तीन साल का स्वस्थ्य बाघ है.
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