झारखंड : मुश्किल में आए सीएम रघुवर दास
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास को ‘जोहार झारखंड’ सम्मेलन के प्रचार प्रसार के लिए जारी विज्ञापनों में शुरुआत में केवल अपनी तस्वीरें छपवाना महंगा पड़ गया है. इससे पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह नाराज हैं.
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास (फाइल फोटो) |
हालांकि पार्टी में विरोधियों के इसे मुद्दा बनाने के बाद उन्हें अपनी भूल का अहसास हुआ और उन्होंने आखिरी दिनों में विज्ञापनों पर पीएम की तस्वीरें लगानी शुरू कर दीं, इसके अलावा दिल्ली में चुनिंदा जगहों पर सम्मेलन के होर्डिग भी लगवाए, जिनमें उनके साथ पीएम की तस्वीर थी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.
अब आलम यह है कि विरोधी रघुवर दास प्रशासन की छोटी-छोटी शिकायतें भी केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचा रहे हैं. माना जा रहा है कि पांच राज्यों के विस चुनाव नतीजों के बाद रघुवर दास की क्लास लग सकती है.
उधर, इससे परेशान रघुवर दास ने मामले को दबाने और केंद्रीय नेताओं को राजी करने के लिए उनसे मिलने का समय मांगा है. गौरतलब है कि देश-विदेश के निवेशकों को लुभाने के लिए गुजरात के वाइब्रेंट गुजरात की तर्ज पर ही बड़े जोर-शोर से 16 और 17 फरवरी को ‘जोहार झारखंड’ सम्मेलन के तहत मोमेंटम झारखंड ग्लोबल सम्मिट का आयोजन किया गया था.
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य भी ऐसे ही सम्मेलनों के जरिए अपने यहां निवेशकों के लिए दरवाजे खोल चुके हैं. सम्मेलन सफल हो, इसके लिए बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार किया गया था. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी.
आयोजन पर करीब 200 करोड़ रपए खर्च किए गए, लेकिन उनसे एक गलती यह हो गई कि सभी विज्ञापनों पर अकेले उनकी ही तस्वीरें लगीं. उनमें न प्रधानमंत्री की फोटो थी, न झारखंड में देवता की तरह पूजे जाने वाले बिरसा मुंडा की, न पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की और न ही किसी अन्य महापुरुष की. बताया जाता है कि इस बात से मोदी और अमित शाह नाराज हैं.
मोदी की नाराजगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रघुवर दास की लाख कोशिशों के बाद भी प्रधानमंत्री ने सम्मेलन के उद्घाटन के लिए हामी नहीं भरी थी. उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार का बहाना बनाकर उन्हें टरका दिया गया था.
किसी तरह से वित्तमंत्री अरुण जेटली सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए तैयार हुए थे. सम्मेलन संपन्न होने के बाद रघुवर दास के विरोधियों ने विज्ञापन प्रकरण को बड़ा मुद्दा बना दिया और केंद्रीय नेताओं से उनकी शिकायतें करने लगे.
अब आलम है कि रघुवर दास के प्रशासन की छोटी-मोटी शिकायतें भी दिल्ली आ रही हैं. रघुवर दास भी केंद्रीय नेताओं को मनाने के लिए दिल्ली आना चाह रहे हैं. उन्होंने मुलाकात के लिए पार्टी नेताओं से समय मांगा है.
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