विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदर्शन के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित
निलंबित किए गए चार विधायकों का निलंबन तथा पारित हुए सीएनटी एसपीटी (संशोधन) अधिनियम को वापस लेने की मांग को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों ने शनिवार विधानसभा के भीतर प्रदर्शन और हंगामा किया, जिसके कारण शनिवार सदन की कार्यवाही दोपहर साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
(फाइल फोटो) |
झारखंड विधानसभा की कार्यवाही आज शुरू होने के बाद प्रश्नकाल प्रारंभ होने से पहले ही विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने अपनी पार्टी के तीन तथा कांग्रेस के एक विधायक के निलंबन की वापसी का मामला उठाया. उन्होंने मांग रखा कि पहले इस मामले पर विचार किया जाए फिर सदन की कार्यवाही चलायी जाए.
विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने विपक्ष से सदन की कार्यवाही शांतिपूर्वक चलने देने का अनुरोध किया जिसे विपक्षी दल ने अनसुना कर दिया और सभी सदस्यों ने आसन के पास पहुंचकर विधायकों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी.
उरांव के बार-बार अनुरोध के बावजूद विपक्ष जब शांत नहीं हुआ. साथ में सत्तापक्ष से विधायक विरंची नारायण और अनंत ओझ ने झामुमो का विरोध करते हुए कहा कि किसी भी पार्टी को विधानसभा की कार्यवाही हाईजैक करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
दोनों ने विधानसभा अध्यक्ष से विरोध कर रहे विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया.
हालांकि बार-बार अनुरोध के बावजूद जब सदस्य शांत नहीं हुए तो उरांव ने दोपहर साढ़े बारह बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
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