बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को यह कहा कि राज्य में 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के अनुरूप लिया गया है।

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जनता दल यूनाइटेड (जदयू)अध्यक्ष कुमार ने यह टिप्पणी पूर्वी चंपारण जिले के मुख्यालय मोतिहारी शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए की। इस जनसभा में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की शुरुआत की।
बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाने वाले कुमार ने बृहस्पतिवार को राज्य में हर महीने 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री ने जनसभा में कहा, ‘‘लोगों को अब बिजली के लिए कोई भुगतान नहीं करना होगा। सर (प्रधानमंत्री) के जाने के बाद, हम वापस (पटना में) आएंगे और आवश्यक मंजूरी देंगे। यही कारण है कि आज दिन में बाद में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है।’’
कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव जीतने और लगातार पांचवीं बार सत्ता में आने का भरोसा जताया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम उनका बहुत सम्मान करते हैं और हम उनकी सलाह के अनुरूप काम कर रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुख्यमंत्री कुमार के कई वर्षों में उतार-चढ़ाव वाले संबंध रहे हैं। प्रधानमंत्री ने नीतीश की टिप्पणी का हाथ जोड़कर जवाब दिया।
सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सैद्धांतिक रूप से मुफ्त की योजनाओं के खिलाफ रही है। हालांकि, उसकी इस घोषणा को राष्ट्रीय जनता दल (राजग) नीत विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’(इंडिया गठबंधन) की ओर से सत्ता में आने पर ‘200 यूनिट मुफ्त बिजली’देने के वादे के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री और वित्त विभाग का कार्यभार संभाल रहे भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा, ‘‘यह कोई मुफ्त की सुविधा नहीं है। यह 100 प्रतिशत सब्सिडी है, जो सरकार उपलब्ध कराएगी।’’
कुमार ने मोदी को ‘‘लगभग हर महीने बिहार के विभिन्न हिस्सों का दौरा करने के लिए समय निकालने’’ के लिए धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री का मोतिहारी दौरा इस वर्ष राज्य का उनका छठा दौरा था और भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के अनुसार, 2014 में सत्ता संभालने के बाद से यह उनका 53वां दौरा था।
कुमार ने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार द्वारा बिहार के लिए उठाए गए कदमों की सराहना भी की।
उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं लगभग हर महीने राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा करने के लिए प्रधानमंत्री को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। यह बहुत बड़ी बात है। उनके लिए तालियां बजाएं। यहां मौजूद सभी लोग कृपया खड़े हो जाएं।’’
उन्होंने इस वर्ष के केन्द्रीय बजट में बिहार के लिए की गई अनेक घोषणाओं तथा इस वर्ष के शुरू में राज्य को ‘खेलो इंडिया’ टूर्नामेंट की मेजबानी प्रदान करने के लिए भी प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।
राजद-कांग्रेस गठबंधन का नाम लिए बिना नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘बिहार में ईमानदारी से शासन तभी शुरू हुआ, जब हम सत्ता में आए। इससे पहले जो लोग सत्ता में थे, वे धन को सही ढंग से खर्च भी नहीं कर पा रहे थे। तब कोई विकास नहीं था, कोई अधारभूत संरचना नहीं थी।’’
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