पर्यावरण संरक्षण पर निष्क्रियता का खामियì
Last Updated 21 Jan 2010 12:54:46 PM IST
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दुबई। जलवायु विशेषज्ञों के संयुक्त राष्ट्र पैनल के प्रमुख आरके पचौरी ने भावी पीढ़ी के लिए पर्यावरण और जलवायु संरक्षण के लिए आधारभूत स्तर पर ठोस कार्रवाई की जरूरत पर बल दिया है।
दि एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) के महानिदेशक राजेंद्र कुमार पचौरी ने कहा आधारभूत स्तर पर कार्रवाई में तेजी लाने की जरूरत है, अन्यथा हमारी निष्क्रियता का खामियाजा हमारी भावी पीढ़ी को भुगतना पड़ेगा।
इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज के प्रमुख पचौरी अबूधाबी में वर्ल्ड फ्यूचर एनर्जी समिट (डब्ल्यूएफईएस) के दूसरे दिन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए यूएई के पर्यावरण और जल मंत्री राशिद अहमद बिन फहद ने आर्थिक कोषों की उपलब्धता की प्रक्रिया को सरलीकृत करने की जरूरत पर बल दिया। यह कोष कोपनहेगन में हुए समझौते के अनुसार उपलब्ध कराए जाने हैं।
सम्मेलन के दौरान नार्वे के विदेश मंत्री जोनास गार स्टोर ने कहा कोपनहेगन में हमारी अपेक्षाओं की पूर्ति नहीं हुई, लेकिन हमें इसे एक शुरूआत के तौर पर देखना चाहिए।
सम्मेलन में पचौरी के अलावा, नार्वे के विदेश मंत्री जोनास गार स्टोर, वेस्टास विंड सिस्टम के वैश्विक अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डिट्लेव एंजल और अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के उप कार्यकारी निदेशक रिचर्ड जोंस भी मौजूद थे।
सम्मेलन में 100 से भी ज्यादा देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिनमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, चीन, इटली, दक्षिण कोरिया, स्पेन, जर्मनी, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, स्विटजरलैंड, नीदरलैंड, जापान, ताइवान और फ्रांस भी शामिल हैं।
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