Lok Sabha Election 2024 : राहुल गांधी के बढ़ते प्रभाव को रोकेगी केजरीवाल की रिहाई!
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई से भले ही राजनीतिक पंडित भारतीय जनता पार्टी के नुकसान की आशंका जता रहे हैं, लेकिन भाजपा का मानना है कि इस घटनाक्रम से राहुल गांधी के बढ़ते प्रभाव पर ब्रेक लगेगा और जनता का ध्यान बंटेगा।
![]() राहुल गांधी के बढ़ते प्रभाव को रोकेगी केजरीवाल की रिहाई! |
पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी का राजनीतिक कद लगातार बढ़ रहा है और उनका प्रभाव क्षेत्र में बढ़ा है।
लोकसभा का चौथा चरण 13 को संपन्न होने वाला है। विपक्ष के बड़े नेताओं में उद्धव ठाकरे और शरद पवार महाराष्ट्र तक, अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश, तेजस्वी यादव बिहार तक और ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल तक सीमित हैं।
केवल राहुल गांधी ही हैं, जो पूरे देश में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल के अंदर पूरे देश में खासकर उन राज्यों में चुनाव प्रचार करने की क्षमता है, जहां से उन्हें थोड़ी-बहुत संभावनाएं भी नजर आती हैं।
केजरीवाल ने बेहद कम समय में पंजाब, गुजरात, गोवा और कर्नाटक में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। केजरीवाल जहां भी जाते हैं, अपना प्रभाव डालते हैं।
चूंकि केजरीवाल चुनावी घोषणा के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिए गये थे इसलिए वह प्रचार से दूर थे। राहुल गांधी अकेले ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं और प्रधानमंत्री को घेर रहे हैं।
सत्तापक्ष को घेरने का फायदा हमेशा ही विपक्षी नेता को मिलता है, राहुल गांधी को मिल रहा है। अब केजरीवाल जेल से बाहर आ गए हैं। कल से ही उन्हें जबरदस्त मीडिया कवरेज मिल रही है। आज उन्होंने पार्टी मुख्यालय में प्रभावशाली भाषण दिया और पूरे देश में प्रचार करने की बात कही। यही भाजपा चाहती है।
पार्टी चाहती है कि केजरीवाल के चुनाव प्रचार में उतरने से मतदाताओं का ध्यान राहुल गांधी से हटेगा। कांग्रेस पूरे देश में चुनाव लड़ रही है, जबकि केजरीवाल दिल्ली की चार, पंजाब की सभी 13 और हरियाणा की एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
गुजरात और गोवा में ‘आप’ ने कांग्रेस को समर्थन दिया है इसलिए भाजपा के लिए चुनौती कांग्रेस है न कि केजरीवाल। यह बात अलग है कि आम आदमी पार्टी भी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन केजरीवाल के चुनाव प्रचार में उतरने से राहुल गांधी की नायक की बन रही छवि धीमी पड़ जाएगी।
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