उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी और लालू की मुलाकात पर गरमाई सियासत, रविशंकर प्रसाद बोले...

Last Updated 08 Sep 2025 04:40:16 PM IST

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने के लिए आलोचना की और दावा किया कि भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराए गए नेता से संपर्क करने से उनका पाखंड उजागर हो गया है।


भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद (फाइल फोटो)

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि यह पाखंड की पराकाष्ठा है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश रेड्डी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह भारत की आत्मा को बचाने के लिए वोट मांग रहे हैं और बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं।

प्रसाद ने कहा कि रेड्डी भारत की आत्मा को बचाने की बात करते हैं और वह ऐसे व्यक्ति से मिल रहे हैं, जो न केवल चारा घोटाले में दोषी हैं, बल्कि उन पर रिश्वत लेकर रेलवे में नौकरी देने सहित भ्रष्टाचार के अन्य आरोप भी हैं।उन्होंने कहा, ‘‘आप उच्चतम न्यायालय के कैसे पूर्व न्यायाधीश हैं? लालू प्रसाद यादव तो चुनाव में मतदाता भी नहीं हैं। कृपया आत्मा बचाने की बात न करें... यह पाखंड की पराकाष्ठा है। हम उनके आचरण की निंदा करते हैं।’’

पूर्व कानून मंत्री ने उन सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की भी आलोचना की, जिन्होंने गृह मंत्री अमित शाह की ओर से विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की आलोचना के दौरान उनका बचाव किया था। शाह ने सलवा जुडूम पर फैसले को लेकर रेड्डी की आलोचना की थी। भाजपा का कहना है कि इससे नक्सलियों के प्रति उनकी सहानुभूति प्रदर्शित होती है।

प्रसाद ने उनकी ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि रेड्डी ने यादव से मुलाकात करके एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से अपेक्षित गरिमा से नीचे का काम किया है।

अपने संवाददाता सम्मेलन में भाजपा नेता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भी आलोचना की और उन्हें लापरवाह नेता करार दिया। प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी कथित तौर पर निजी विदेश यात्रा पर हैं, जबकि उन्हें कर्नाटक और पंजाब जैसे बाढ़ प्रभावित राज्यों का दौरा करना चाहिए था।उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सोच रहे होंगे कि थोड़ा काम कर लिया है अब कुछ आराम कर लूं।

प्रसाद ने कहा, ‘‘ राहुल गांधी, मैं आपको याद दिला दूं कि सार्वजनिक जीवन में कोई ब्रेक नहीं होता। अगर आप नेता हैं, तो आपको जनता के हितों के लिए उपलब्ध रहना होगा।’’ उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर भी निशाना साधा। उन्होंने खरगे पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने भारी बारिश के कारण कलबुर्गी में अपनी चार एकड़ जमीन पर फसल गंवाने वाले एक किसान के दर्द को नजरअंदाज कर दिया। कलबुर्गी खरगे की पारंपरिक राजनीतिक सीट रही है।

प्रसाद ने कहा कि खरगे ने किसान से कहा कि उनकी 40 एकड़ में लगी फसल को नुकसान पहुंचा है।

प्रसाद ने पूछा कि यह किस तरह का अहंकार है, किसान अपनी पीड़ा साझा करना चाहता था, क्योंकि कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में है और यह क्षेत्र खरगे का पूर्व निर्वाचन क्षेत्र था।

भाजपा नेता ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर सरकारी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि संबंधी आदेश वापस लेने के लिए भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने वेतन वृद्धि का आदेश जारी किया था।
 

भाषा
नई दिल्ली


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