Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में प्रवेश

Last Updated 25 Jan 2024 01:18:13 PM IST

राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ ने असम के गोलकगंज से गुजरते हुए राज्य में अपनी यात्रा समाप्त की और बृहस्पतिवार को सुबह पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई।


राहुल गांधी

असम के गौरीपुर में अपने रात्रि विश्राम के बाद राहुल गांधी ने राज्य में अपनी यात्रा के आठवें और आखिरी दिन की शुरुआत कुछ दूरी तक एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) के जरिये की और फिर गोलकगंज पहुंचने के लिए बस में सवार हुए। यात्रा मार्ग में बड़ी संख्या में लोग कांग्रेस सांसद की एक झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे।

विपक्षी दल के नेता देबब्रत सैकिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘वह एक पंचायत कार्यालय में भी रुके, जहां सैकड़ों महिलाएं एक नयी घोषित सरकारी योजना का फॉर्म लेने के लिए एकत्र हुई थीं। वे कांग्रेस नेता का स्वागत करने के लिए कतार से आगे आईं और गांधी ने उनके साथ कुछ समय बिताया।’’

उन्होंने कहा कि गांधी ने अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ गोलकगंज शहर में एक स्थानीय स्टॉल पर चाय पी, जहां उन्होंने आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ बातचीत की।

असम से कूचबिहार में यात्रा के प्रवेश करने पर कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उनका स्वागत किया।

यात्रा ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में कूचबिहार जिले के बशीरहाट से होते हुए राज्य में प्रवेश किया।

झंडा सौंपने के बाद यात्रा कूचबिहार जिले के खागराबारी चौक की ओर बढ़ेगी जहां राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करेंगे।

तूफानगंज और कूचबिहार शहर से गुजरने के बाद गांधी कूचबिहार में मां भवानी चौक से पदयात्रा करेंगे।

यात्रा बस के जरिए घोक्साडांगा में जारी रहेगी इसके बाद रात्रि विश्राम के लिए अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा पहुंचेगी।

26-27 जनवरी को दो दिन के विराम के बाद यात्रा जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग जिलों से गुजरेगी और 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी।

इसके बाद यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और मुर्शिदाबाद से होकर गुजरेगी तथा एक फरवरी को राज्य से प्रस्थान करेगी। मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों को राज्य में कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।

यात्रा का पश्चिम बंगाल चरण पांच दिनों में छह जिलों और छह लोकसभा क्षेत्रों - दार्जिलिंग, रायगंज, उत्तर और दक्षिण मालदा और मुर्शिदाबाद में दो संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगा जिसके तहत 523 किलोमीटर की यात्रा होगी।

अप्रैल-मई 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद यह गांधी की राज्य की पहली यात्रा है।

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी जिसके एक दिन बाद यात्रा के पश्चिम बंगाल चरण की शुरुआत हुई है।

कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस दोनों 2024 के संसदीय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए गठित विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दल हैं।


राज्य में और राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया’ गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और वामपंथी दलों के इस मार्च में शामिल होने की उम्मीद है।
यात्रा के बारे में जानकारी की कमी का हवाला देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने यात्रा से दूर रहने का फैसला किया है।

यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई थी और 20 मार्च को यह मुंबई में समाप्त होगी। यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरते हुए 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली है।

भाषा
कूचबिहार (पश्चिम बंगाल)


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