अब ओलंपिक में भी खेल जाएगा क्रिकेट ! IOC कर सकती है घोषणा
दुनिया का सबसे बड़ा खेल मंच ओलंपिक में अब क्रिकेट भी शामिल होने जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि रविवार से शुरू होने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के 141 वें सत्र के दौरान इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
![]() Thomas Bach IOC President and PM Modi |
मुम्बई में शुरू हो रहे इस सत्र से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भरोसा जताया है कि भारत ओलंपिक खेलों की मेजबानी कर सकता है। अगर इस सत्र में फैसला हो गया तो क्रिकेट को 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक कार्यक्रम में फ्लैग फुटबॉल, बेसबॉल और सॉफ्टबॉल के साथ शामिल किया जा सकता है। माना जा रहा है कि यह भारत के लिए भी काफी गेम-चेंजर साबित होगा। जानकारी के मुताबिक 2028 ओलंपिक में पुरुष और महिला टी20 क्रिकेट मैच खेले जाएंगे, जिससे आईओसी के लिए एक आकर्षक एशियाई उपमहाद्वीप बाजार खुल जाएगा। हालांकि ऐसा नहीं है कि अब से पहले ओलंपिक में क्रिकेट नहीं खेला गया है। ओलंपिक में क्रिकेट केवल एक बार खेला गया था, साल 1900 में। वह पेरिस में हुआ था। जिसमें इंग्लैंड और फ्रांस के बीच स्वर्ण पदक के लिए मुकाबला हुआ था।
माना जा रहा है कि क्रिकेट को इन खेलों का हिस्सा बनाकर आईओसी दक्षिण एशियाई दर्शकों को लुभाने के साथ प्रसारण करार से बड़ी रकम हासिल कर सकता है। ओलंपिक में क्रिकेट के प्रवेश से इस खेल की पहुंच बढ़ाने में भी काफी मदद मिलेगी। भारत इस खेल का सबसे बड़ा बाजार है और 2028 सत्र में इसके शामिल होने के बाद देश में आईओसी प्रसारण सौदे का मूल्य काफी बढ़ जायेगा। माना जा रहा है कि इसे ओलंपिक में शामिल करने की औपचारिक घोषणा मुंबई आईओसी सत्र में हो सकती है, जो 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक होने जा रहा है।
ओलंपिक में क्रिकेट की एंट्री को लेकर चर्चाएं शुरू हो गईं हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ओलंपिक में क्रिकेट के प्रवेश से इस खेल की पहुंच बढ़ाने में भी काफी मदद मिलेगी। 2024 ओलंपिक के लिए भारत से प्रसारण करार में आईओसी को 15.6 मिलियन पाउंड (करीब डेढ़ अरब रुपये) मिलने की संभावना है लेकिन 2028 ओलंपिक में क्रिकेट के शामिल होने के बाद यह सौदा 150 मिलियन पाउंड (लगभग 15 अरब रुपये) तक पहुंच सकता है।
आगे बढ़ें उसके पहले आइए जान लेते है आईओसी सत्र क्या है। दरसअल आईओसी सत्र ओलंपिक मूवेंट का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है। यानी आईओसी सत्र में ही ओलंपिक से जुड़े सारे अहम फैसले लिए जाते हैं। यह ग्लोबल ओलंपिक मूवमेंट की प्रमुख गतिविधियों पर चर्चा करता और निर्णय लेता है, जिसमें ओलंपिक चार्टर को अपनाना या संशोधन करना, आईओसी सदस्यों और पदाधिकारियों का चुनाव और ओलंपिक के मेजबान शहर का चुनाव शामिल है। आईओसी सत्र में मौजूद वक्त में 99 वोटिंग और 43 मानद सदस्य हैं। क्योंकि आईओसी सत्र 40 साल बाद भारत में हो रहा है, ऐसे में उम्मीद है कि खेल जगत के 600 से अधिक सदस्य और 100 देशों की मीडिया पहुंचेगी।
दरअसल, भारत 1983 के बाद पहली बार यानी 40 साल बाद सत्र की मेजबानी करने जा रहा है। इससे पहले नई दिल्ली ने 1983 में आईओसी सत्र के 86वें संस्करण की मेजबानी की थी। सत्र का आयोजन नए और आधुनिक जियो विश्व कन्वेंशन सेंटर में होगा। आईओसी सदस्य के रूप में चुनी जाने वालीं पहली भारतीय महिला नीता अंबानी के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने फरवरी 2022 में बीजिंग में 139वें आईओसी सत्र में एक प्रस्ताव रखा था, जिसके बाद मुंबई को 99% वोटों के साथ अपनी बोली के पक्ष में जबरदस्त समर्थन मिला था।
मुंबई में होने वाला आईओसी सत्र भारतीय खेल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा और भारत को वैश्विक खेल मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करेगा, स्पोर्ट्स इवेंट के आयोजन, विश्व स्तरीय प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे, टैलेंट को बढ़ावे देने और लाखों भारतीय खिलाड़ियों के जीवन को समृद्ध बनाने के कई अवसर खोलेगा। यह भविष्य में युवा ओलंपिक और ओलंपिक खेलों की मेजबानी की भारत की आकांक्षाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने भी मुंबई को ओलंपिक सत्र की मेजबानी मिलने की पुष्टि होने के बाद यह महत्वाकांक्षा व्यक्त की थी कि भारत एक दिन ओलंपिक की मेजबानी करेगा।
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