परिवार संग नए घर में प्रवेश करने वाले थे आशीष धौंचक, वहां पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर

Last Updated 15 Sep 2023 10:50:08 AM IST

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के 19 राष्ट्रीय राइफल्स के सीओ मेजर आशीष धोंचक आतंकियों की गोलीबारी की चपेट में आ गए। आज मेजर के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थान लाया गया है।


आज मेजर आशीष धौंचक के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थान हरियाणा के पानीपत स्थित बिंझौल ले जाया गया है। मेजर आशीष धौंचक के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है।

मेजर आशीष धौंचक को कुछ ही दिनों में अपने नए घर में  शिफ्ट होना था,अब उसी घर में उनके पार्थिव शरीर को ले जाया गया। उसके बाद उनकी पार्थिव शरीर को पैतृक गांव ले जाया गया है।

मेजर धौंचक 23 अक्टूबर को छुट्टियों पर घर आने वाले थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी मां से वादा किया था कि मैं नए घर में प्रवेश के समय आप सब के साथ जरूर रहूंगा। लेकिन वो अपना वादा पूरा नहीं कर पाएं।

आज मेजर धौंचक के पार्थिव शरीर को नए घर लाया गया। जब नए घर में आशीष का शव लाया गया तो वहां पर मौजूद लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। परिवार के लोगों ने उन्हें सेल्यूट कर अंतिम विदाई दी।

शहीद मेजर आशीष के पड़ोसियों और ग्रामिणों ने बताया कि उनकी शहादत पर पूरा देश आज गर्व कर रहा है। लेकिन अब समय बदल चुका है। उन्होंने कहा कि सारी जिंदगी बदला लेते-लेते बीत गई है। लेकिन अब देश को ऐसा कुछ करना चाहिए कि पाकिस्तान को धूल में मिला दिया जाए।

जिसके बाद उन्हें तत्काल इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने गुरुवार शाम अनंतनाग में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में सर्वोच्च बलिदान देने वाले कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष धौंचक को पुष्पांजलि अर्पित की और श्रद्धांजलि दी।

एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, ''शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। राष्ट्र सदैव वीरों का ऋणी रहेगा। बहादुरों के पार्थिव शरीर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थानों पर भेजे जाएंगे।''

मेजर धोंचक 2013 में भारतीय सेना में शामिल हुए और तीन बहनों के अकेले भाई थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी ज्योति और तीन साल की बेटी वामिका हैं। 36 साल के मेजर आशीष की दो साल पहले ही जम्मू-कश्मीर में पोस्टिंग हुई थी। इस साल 15 अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें बहादुरी के लिए सेना मेडल दिया था।

बुधवार सुबह अनंतनाग जिले के गारोल इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और उप अधीक्षक हुमायूं भट गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
 

समय लाइव डेस्क
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment