PM मोदी एक जुलाई को करेंगे भारतीय सहकारी कांग्रेस का उद्घाटन, NCUI अध्यक्ष दिलीप संघानी ने दी जानकारी

Last Updated 30 Jun 2023 10:53:37 AM IST

दिल्ली में दो दिन का भारतीय सहकारी महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह सम्मेलन एक और दो जुलाई को आयोजित होगा और इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।


भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष दिलीप भाई संघानी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह 17वां भारतीय सहकारी महासम्मेलन होगा।

भारतीय सहकारी कांग्रेस, सहकारी समितियों की भावना का जश्न मनाने के लिए समर्पित एक बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम है, जो 1 जुलाई 2023 को होने वाला है।  इस भव्य सभा का 17वां संस्करण एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसमें देश भर के सम्मानित भाईचारे के प्रतिनिधि, सहकारी नेता, सहकारी हितधारक और शिक्षा जगत, निजी और सार्वजनिक उद्यमों के प्रतिनिधि एक साथ आएंगे।

मोदी एक जुलाई को भारतीय सहकारी कांग्रेस का उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी में दो दिवसीय 17वें भारतीय सहकारी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और सहकारी उत्पादों के लिए एक ई-कॉमर्स मंच एनसीयूआई हाट पेश करेंगे।

मोदी सहकारी विस्तार और परामर्श सेवा पोर्टल भी पेश करेंगे, जो एक ‘शिक्षण प्रबंधन प्रणाली’ पर केंद्रित है। यह सहकारी सदस्यों, नेताओं, प्रबंधकों और आम जनता के लिए जानकारी और सेवाएं प्रदान करेगा।

प्रधानमंत्री ‘भारत में सहकारी विकास और रुझान’ पर एक पुस्तक, सहकारी आंदोलन पर एक स्मारिका, ‘‘सहकारिता में सदस्यों की भूमिका’ और ‘सहकारिता में कामकाज’ पर प्रशिक्षण मॉड्यूल के अलावा सहकारिता मंत्रालय की तरफ से उठाये गये कदमों पर एक फिल्म का भी अनावरण करेंगे।

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) द्वारा आयोजित कांग्रेस के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करेंगे। यह ‘अमृत काल – जीवंत भारत के लिए सहयोग के माध्यम से समृद्धि’ विषय पर केंद्रित होगा।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दो जुलाई को समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया और पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला भी समारोह में उपस्थित रहेंगे।

एनसीयूआई के अध्यक्ष और इफको के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, ‘‘इस सम्मेलन का उद्देश्य सहकारी क्षेत्र के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करना और ‘अमृत काल’ के लिए एक प्रभावी रूपरेखा तैयार करना है।’’

उन्होंने बताया कि यह महासम्मेलन प्रगति मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देश और दुनिया भर से सहकारी संगठनों के 3,500 प्रतिनिधि भाग लेंगे।। सम्मेलन में सहकारिता से जुड़े दुनिया भर के लोग शामिल होंगे।

संघानी ने कहा कि यह महासम्मेलन 10 वर्ष बाद बुलाया गया है। इस दो दिवसीय आयोजन का विषय - 'अमृत काल - जीवंत भारत हेतु सहकार से समृद्धि' रखा गया है। कार्यक्रम के दौरान सहकारिता को और अधिक मजबूत और सशक्त बनाने के लिए चर्चा की जाएगी।

संघानी ने कहा कि इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का भी मार्गदर्शन मिलेगा।

अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन एशिया-प्रशांत के अध्यक्ष डॉ चन्द्रपाल सिंह यादव ने कहा कि इस दो दिवसीय सम्मेलन में कोऑपरेटिव कानून को और अच्छा बनाने के लिए चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सहकारिता के विकास और इसके आर्थिक मॉडल को लेकर भी संवाद किया जाएगा। इस कार्यक्रम का एक ही उद्देश्य है कि सहकारिता आंदोलन को मजबूत किया जाए।

यादव ने कहा कि सम्मेलन के समापन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केन्द्रीय मंत्री परषोत्तम रुपाला, मनसुख मंडाविया सहित अनेक मंत्री हिस्सा लेंगे।  उन्होंने कहा कि इस आयोजन में 10 देशों के 25 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

नेपाल मलेशिया, श्रीलंका, फिलिपींस,बांग्लादेश के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में मौजूद होंगे। इससे पहले हुए सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा सम्मिलित हो चुके हैं। 

 

समय लाइव डेस्क
नई दिल्ली


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