Maharashtra: मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने CM फडणवीस से की मुलाकात, महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा भूचाल
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने गुरूवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की, जिससे राज्य के राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं।
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यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब बेस्ट कर्मचारी सहकारी ऋण समिति का चुनाव मिलकर लड़ने वाली उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राज ठाकरे की मनसे को बुधवार को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा है।
दोनों पार्टियों ने पहली बार मिलकर कोई चुनाव लड़ा था, हालांकि उनका संयुक्त पैनल चुनाव में एक भी पद नहीं जीत पाया।
फडणवीस ने दोनों पार्टियों पर ‘‘ठाकरे ब्रांड’’ के नाम पर क्रेडिट सोसायटी चुनाव का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था।
राज ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि राज्य के कई शहरों में झुग्गी बस्तियों का पुनर्विकास हो रहा है, जिससे कुछ इलाकों में जनसंख्या घनत्व दस गुना बढ़ गया है। नतीजतन, निवासियों को पार्किंग की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, सड़कों पर वाहनों की तादाद बढ़ रही है जिससे ये यातायात जाम का कारण बन रहे हैं।
ठाकरे ने कहा कि उन्होंने फडणवीस के समक्ष एक ‘प्रेजेंटेशन’ भी दिया, जिसमें मुंबई पुलिस आयुक्त और संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) मौजूद थे।
उन्होंने खेल के मैदानों के नीचे ऐसे पार्किंग स्थल बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, जहां 500 से 1,000 वाहन खड़े हो सकें। उन्होंने कहा कि इन भूमिगत पार्किंग संरचनाओं का उनके ऊपर के खुले स्थानों पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रायोगिक परियोजना के तौर पर ऐसे तीन पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे, एक मुंबई में होगा और दो उपनगरों में बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘युद्धस्तर पर काम करना होगा।’’
राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए शिवसेना (उबाठा) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की चर्चाएं हो रही हैं। यह ऐसे समय में हो रहा है जब ठाकरे भाइयों ने पिछले महीने मराठी पहचान और राज्य में हिंदी भाषा को ‘‘थोपने’’ के मुद्दे पर एक राजनीतिक मंच साझा किया था।
बेस्ट क्रेडिट सोसाइटी चुनाव में मनसे-शिवसेना (उबाठा) पैनल की करारी हार के बाद फडणवीस ने बुधवार को दोनों पार्टियों पर ‘‘ठाकरे ब्रांड’’ के नाम पर चुनाव का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था।
फडणवीस ने कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि इस तरह के चुनाव का राजनीतिकरण करने की कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि यह सिर्फ एक क्रेडिट सोसाइटी का चुनाव था। लेकिन उन्होंने ठाकरे ब्रांड की जीत के बड़े-बड़े दावे करके इसका राजनीतिकरण कर दिया। लेकिन ऐसा लगता है कि लोगों को यह पसंद नहीं आया। चुनाव के नतीजे लोगों की अस्वीकृति को दर्शाते हैं।’’
ठाकरे और फडणवीस के बीच हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को वर्धा में संवाददाताओं से कहा कि इसके ज्यादा मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘कई नेता एक-दूसरे के साथ-साथ मुख्यमंत्री से भी मिलते हैं, चाहे वे सत्ता में हों या नहीं। एक-दूसरे के साथ संवाद बनाए रखना राज्य की परंपरा है। इस मुलाकात को राजनीतिक रंग देने की कोई ज़रूरत नहीं है।’’
दिल्ली में मौजूद शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री से मिलकर कोई राजनीतिक अपराध नहीं किया है।
राउत ने कहा कि वे पहले भी कई बार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि ठाकरे जरूर फडणवीस को आगामी गणेश उत्सव के लिए अपने आवास पर आमंत्रित करने गए होंगे।
राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए शिवसेना (उबाठा) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की चर्चाएं हो रही हैं।
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