रोहित शर्मा की सेंचुरी और विराट कोहली की रिकॉर्ड तोड़ पारी की बदौलत भारत ने तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हरा दिया। इस हार के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की।

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रोहित शर्मा और विराट कोहली ने अपने चिर परिचित अंदाज में बल्लेबाजी करके आकर्षक पारियां खेल कर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया जिससे भारत ने तीसरे और अंतिम एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां ऑस्ट्रेलिया को 69 गेंद शेष रहते हुए नौ विकेट से करारी शिकस्त दी।
भारत के सामने 237 रन का अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य था लेकिन रोहित और कोहली ने इसे बौना साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रोहित ने 125 गेंद पर नाबाद 121 रन बनाए जिसमें 13 चौके और तीन छक्के शामिल हैं। कोहली ने 81 गेंद पर नाबाद 74 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके लगाए।
इन दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 168 रन की अटूट साझेदारी की मदद से भारत ने 38.3 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर दिया। इस तरह से उसने ऑस्ट्रेलिया की क्लीन स्वीप करने की मंशा पर भी पानी फेर दिया जो पहले दो मैच जीत कर तीन मैच की श्रृंखला पहले ही अपने नाम कर चुका था।
इससे पहले तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 39 रन देकर चार विकेट लेकर अपनी क्षमता का परिचय दिया जिससे आस्ट्रेलिया की टीम 46.4 ओवर में 236 रन पर सिमट गई। उसकी तरफ से मैट रेनशॉ ने सर्वाधिक 56 रन बनाए।
एडिलेड में खेले गए दूसरे मैच में 73 रन बनाने वाले रोहित ने अधिक आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की और अपने वनडे करियर का 33वां शतक लगाया। यह उनका 50वां अंतरराष्ट्रीय शतक था। पहले दो मैच में खाता खोलने में नाकाम रहे कोहली अधिक प्रतिबद्ध दिखे। वनडे क्रिकेट के बेताज बादशाह ने अपने करियर का 75वां अर्धशतक लगाया। वह वनडे में सर्वाधिक अर्धशतक लगाने वाले दूसरे नंबर के बल्लेबाज बन गए हैं।
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड का माहौल बेहद ऊर्जावान था तथा भारतीय बल्लेबाजों को दर्शकों का पूरा समर्थन मिल रहा था। ऑस्ट्रेलिया में संभवत: अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे रोहित और कोहली ने विकेट के चारों तरफ शॉट लगाकर उनका भरपूर मनोरंजन भी किया। इन दोनों के आगे ऑस्ट्रेलिया के तेज और स्पिन आक्रमण की एक नहीं चली।
भारत ने एकमात्र विकेट कप्तान शुभमन गिल (24) के रूप में गंवाया जो लगातार तीसरे मैच में असफल रहे। उन्होंने जोश हेजलवुड की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देने से पहले रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी की।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन उसके बल्लेबाज बड़ी साझेदारियां निभाने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया विशेष कर स्पिन गेंदबाज बीच के ओवरों में रन प्रवाह रोकने में सफल रहे।
राणा ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की पिच से अच्छी गति और उछाल हासिल की तथा प्रभावशाली प्रदर्शन करके अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। उनके अलावा वाशिंगटन सुंदर ने दो जबकि मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट लिया।
कप्तान मिचेल मार्श (41) और ट्रेविस हेड (29) के बीच पहले विकेट के लिए 61 रन तथा रेनशॉ (56) और एलेक्स कैरी (24) के बीच 54 रन की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया को मैच में बनाए रखा लेकिन यह बड़ा स्कोर बनाने के लिए पर्याप्त नहीं था।
मार्श और हेड ने विकेट के चारों ओर कुछ अच्छे शॉट खेले। लेकिन हेड ने मोहम्मद सिराज की एक सहज गेंद को सीधे बैकवर्ड प्वाइंट पर प्रसिद्ध कृष्णा के हाथों में पहुंचा दिया।
भारत की फील्डिंग शानदार रही और उसके खिलाड़ियों ने कुछ दर्शनीय कैच लिए। वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर मैथ्यू शॉर्ट (30) को आउट करने के लिए विराट कोहली ने बैकवर्ड पॉइंट पर जो कैच लिया, उसे सर्वश्रेष्ठ रिफ्लेक्स कैच में गिना जा सकता है।
लेकिन श्रेयस अय्यर ने इस कोशिश को और बेहतर करते हुए कैरी का दौड़कर शानदार कैच लिया। श्रेयस ने प्वाइंट से काफी दूरी तय कर डाइव लगाकर कैच लिया, हालांकि इस प्रयास में उन्हें मामूली चोट भी आई।
अक्षर पटेल ने इस बीच में अपना जादू दिखाते हुए मार्श को आउट किया। लेकिन रेनशॉ ने एक छोर पर आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने सिर्फ एक चौका लगाकर 48 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन वह अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा सके।
वाशिंगटन ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट किया। मिचेल ओवेन और मिचेल स्टार्क भी ज़्यादा देर तक नहीं टिक पाए और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर सात विकेट पर 201 रन हो गया। निचले क्रम में कुछ बल्लेबाज़ों के योगदान ने उन्हें सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया।
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