62 साल बाद दिल्ली-मुंबई में एक साथ पहुंचा मानसून
दिल्ली और मुंबई, दोनों जगह रविवार को मॉनसून (Monsoon) के आगमन के साथ इसकी पहली बारिश हुई और इस तरह का दुर्लभ संयोग 62 साल पहले 21 जून 1961 को देखने को मिला था, जब दोनों महानगरों में एकसाथ मॉनसून का आगमन हुआ था।
![]() 62 साल बाद दिल्ली-मुंबई में एक साथ मानसून |
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में मॉनसून अपने तय समय से दो दिन पहले पहुंच गया, जबकि मुंबई में यह दो हफ्ते की देरी से पहुंचा। दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, रविवार सुबह 8:30 बजे तक, बीते 24 घंटे में 48.3 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई।
मौसम विभाग ने हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में मॉनसून के जोर पकड़ने की बात कही है। आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के कुछ और हिस्सों और जम्मू-कश्मीर के शेष हिस्सों में मॉनसून के जोर पकड़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
केरल में मॉनसून एक जून तक, मुंबई में 11 जून और दिल्ली में 27 जून तक पहुंच जाता है। देश में मॉनसून की अब तक की गतिविधि असामान्य है। मॉनसून लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से समेत उत्तर भारत में अधिकांश जगह तक तय समय या उससे थोड़ा पहले पहुंच गया है, लेकिन मध्य भारत में यह अब भी तय समय से दो सप्ताह पीछे है।
आईएमडी के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डी. एस. पाई ने बताया कि चक्रवात बिपारजॉय ने दक्षिण भारत और उससे सटे पश्चिम एवं देश के मध्य हिस्सों में मॉनसून को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, ‘चूंकि चक्रवात पण्राली के तहत अधिकतम नमी सोख ली गई है इसलिए पश्चिमी तट के पास मॉनसून की प्रगति धीमी रही।’ मध्य जून में निम्न दबाव क्षेत्र बनने और चक्रवात बिपारजॉय के असर से मॉनसून के पूर्वी भारत की दिशा में बढ़ने में मदद मिली।
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