राज्यों को जीनोम परीक्षण के लिए बड़ी संख्या में नमूने जमा करने का आदेश

Last Updated 19 Jun 2022 05:52:53 AM IST

राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को उन जिलों और क्षेत्रों से पूरे जीनोम परीक्षण के लिए ‘बड़ी संख्या में’ नमूने जमा करने के लिए कहा गया है, जिनमें सात दिनों की अवधि में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।


राज्यों को जीनोम परीक्षण के लिए बड़ी संख्या में नमूने जमा करने का आदेश

इंसाकॉग द्वारा शुक्रवार की बैठक के दौरान ये निर्देश जारी किए गए थे, जिसमें किसी भी नए स्वरूप की संभावना की जांच करने और संक्रमण के कारणों का पता लगाने के लिए कोरोना डेटा की समीक्षा की गई थी। एक अधिकारी ने बताया, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को बड़ी संख्या में नमूनों के लिए कहने के पीछे विचार यह है कि ओमीक्रोन और महामारी के वर्तमान परिदृश्य की स्पष्ट तस्वीर के साथ इसके संबंध पर करीब से नज़र रखी जाए।

इसके अलावा, हम यह भी देखना चाहते हैं कि क्या हम प्रहरी निगरानी के माध्यम से नियमित अनुक्रमण के दौरान नए स्वरूप के बारे में कोई महत्वपूर्ण सुराग भूल तो नहीं रहे हैं। वर्तमान समय में कुल दस राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों जैसे-महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में कोरोना संक्रमण के एक हज़ार से अधिक मामले हैं।

अधिकारी ने बताया, पिछली समीक्षा बैठक में कहा गया था कि अभी देश में चिंता करने वाला कोरोना का कोई स्वरूप नहीं है। भारत में इस समय बी.ए.2 के अलावा बी.ए.4. और बी.ए.5 स्वरूप हैं, जिनमें ओमीक्रोन के अन्य स्वरूप की तुलना में संक्रमण की क्षमता अधिक है।

इंसाकॉग विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालयों के अंतर्गत जैव प्रौद्योगिकी विभाग की एक संयुक्त पहल है जो कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने, विकसित होने और वायरस के जीनोम अनुक्रमण प्रक्रिया को पूरा करता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, हालांकि कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने या मौत के मामलों में वृद्धि दर्ज नहीं हुई है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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