ममता का सीबीआई के कोलकाता कार्यालय में धरना, हिंसा भड़की

Last Updated 17 May 2021 05:26:07 PM IST

सीबीआई के कोलकाता कार्यालय के बाहर हिंसा भड़क गई है, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के अपने चार नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में धरने पर बैठी हैं।


ममता का सीबीआई के कोलकाता कार्यालय में धरना, हिंसा भड़की

तृणमूल के हजारों समर्थकों ने निजाम पैलेस को घेर लिया और कार्यालय की रखवाली कर रहे केंद्रीय अर्धसैनिक बलों पर पथराव शुरू कर दिया।

स्थानीय पुलिस नाराज तृणमूल समर्थकों को खदेड़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है।

ममता बनर्जी के 'निजाम पैलेस' की 15वीं मंजिल पर पहुंचने के बाद तनाव बढ़ गया, जहां सीबीआई का भ्रष्टाचार विरोधी प्रकोष्ठ का कार्यालय है।



उनके प्रवक्ता, वकील अनिंद्यो राउत ने प्रतीक्षारत मीडियाकर्मियों से कहा "दीदी (बनर्जी) इस सीबीआई कार्यालय को तब तक नहीं छोड़ेगी जब तक कि उनकी पार्टी के सहयोगी रिहा नहीं हो जाते।"

उन्होंने कहा '' ममता बनर्जी ने सीबीआई अधिकारियों को बताया कि उन्होंने चार नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें दो मौजूदा और दो पूर्व मंत्री शामिल हैं, बिना किसी अनिवार्य सूचना के। ये गिरफ्तारियां राजनीति से प्रेरित और अवैध हैं। सुवेंदु अधिकारी और मुकुल रॉय को छोड़ दिया गया है, जबकि उन पर समान आरोप हैं।''

सीबीआई कार्यालय की रखवाली कर रहे केंद्रीय बल मीडियाकर्मियों को कार्यालय के अंदर नहीं जाने दे रहे हैं इसलिए सीएम बनर्जी से बात करना संभव नहीं है।

लेकिन उन्होंने राउत को पत्रकारों के पास अपना ²ष्टिकोण बताने के लिए भेजा।

सीबीआई ने सोमवार को समानांतर छापेमारी शुरू की और नारद स्टिंग मामले की जांच में टीएमसी के मंत्रियों फिरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी और विधायक मदन मित्रा को हिरासत में लिया। कुछ ही घंटों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई कार्यालय पहुंच गईं।

टीएमसी नेताओं के साथ, कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को भी उठाया गया था और बाद में उसी मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।

नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में टीएमसी नेताओं को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कार्यालय ले जाया गया। कुछ दिन पहले बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीबीआई को इन टीएमसी नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी थी।

धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस को धमकी दी थी और कहा था कि उन्हें अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।

तृणमूल सांसद और वकील कल्याण बनर्जी ने आईएएनएस को बताया कि पार्टी नेताओं ने इन मामलों में हमेशा सीबीआई का सहयोग किया है।

बनर्जी ने आईएएनएस से कहा '' अब सीबीआई का कहना है कि उन्होंने चारों को गिरफ्तार कर लिया है क्योंकि वे उनके खिलाफ चार्जशीट जमा कर रहे हैं। अगर वे चार्जशीट जमा कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि जांच खत्म हो गई है। तो उन्हें हिरासत में नेताओं की आवश्यकता क्यों है और गिरफ्तारी का अनिवार्य नोटिस कहां है यह पूरी तरह से अवैध और राजनीति से प्रेरित है। हम अदालत का रुख करेंगे।''

विश्लेषकों ने इस टकराव को भड़काने के लिए केंद्र की मोदी - शाह सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

 

अनुभवी राजनीतिक टिप्पणीकार और पश्चिम बंगाल पर कई पुस्तकों के लेखक सुखोरंजन दासगुप्ता ने कहा कि मोदी और शाह पश्चिम बंगाल में पार्टी की शर्मनाक हार को झेलने में विफल रहे हैं। वे न केवल बदला लेने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि इस टकराव को भड़काकर कोविड को संभालने में अपनी विफलता से राष्ट्रीय ध्यान भी हटा रहे हैं।

 

आईएएनएस
कोलकाता


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