भाजपा और जदयू बिहार में बराबर सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
बिहार चुनाव के लिए एनडीए की ऊहापोह रविवार को खत्म गई। भाजपा 121 और जेडीयू 122 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जेडीयू अपने कोटे से जीतनराम मांझी को छह या सात सीटें देगी। लोजपा ने अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
![]() नई दिल्ली : रविवार को भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हिस्सा लेते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं अन्य। |
बिहार चुनाव को लेकर भाजपा में आज बैठकों का दौर जारी रहा। आज सुबह गठबंधन को लेकर मीटिंग हुई और फिर शाम को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई जिसमें पहले चरण के उम्मीदवारों के नाम पर विचार-विमर्श किया गया। प्रत्याशियों की सूची कल जारी हो सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार जदयू को 243 में से 122 सीटें मिलेंगी और 121 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ेगी। जदयू को अपने गठबंधन के साथी जीतनराम मांझी की पार्टी हम को अपने कोटे से छह या सात सीटें देनी होंगी।
महागठबंधन से नाराज हुए वीआईपी नेता विजय सैनी भाजपा में आ सकते हैं। अगर वह पार्टी ज्वाइन करते हैं तो उन्हें पार्टी अपने कोटे से सीट देगी। लोजपा ने साफ कर दिया कि वह बिहार चुनाव में अकेले चुनाव लड़ेगी लेकिन भाजपा का साथ देगी। वह जदयू के खिलाफ सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी बड़े लोग शामिल हुए। इस बैठक में प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए गए हैं जिनकी सूची पटना में जारी की जाएगी।
उधर जदयू से मतभेद के कारण लोजपा ने बिहार अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया। लोजपा भाजपा के साथ रहेगी लेकिन जदयू के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। केंद्र में भी लोजपा भाजपा के साथ रहेगी। भाजपा नेता अमित शाह और जेपी नड्डा लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान को नहीं मना पाए।
लोजपा एक राज्यसभा और एक विधान परिषद सीट की मांग कर रही थी लेकिन जदयू इसके लिए तैयार नहीं थी। सीटों के तालमेल को लेकर भी जदयू लोजपा के लिए सीटें छोड़ने को तैयार नहीं हुआ। लोजपा की बैठक में निर्णय लिया गया कि नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ा जाएगा।
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