उपराष्ट्रपति ने रांची के एचइसी में ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी का शिलान्यास किया

Last Updated 09 Sep 2017 09:53:45 PM IST

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आज झारखंड की राजधानी रांची के एचइसी में देश की पहली ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी का शिलान्यास किया.


उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (फाइल फोटो)

नायडू ने देश की पहली स्मार्ट सिटी का शिलान्यास करने के बाद कहा कि यह भव्य भारत की नींव है और यह एक आकषर्क नगरी होगी. उन्होंने कहा कि भव्य भारत के अंग के रूप में इसे देखना चाहिए. उज्ज्वल भविष्य के लिए स्मार्ट सिटी जरूरी हैं . यहां नागरिकों को सभी सुविधाएं मिलेंगी. रहने को मकान, सड़क, सार्वजनिक परिवहन और स्वच्छता के साथ-साथ शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी. जहां ये सारी सुविधाएं होती हैं, उसे ही स्मार्ट सिटी कहते हैं . एचइसी में बननेवाला यह शहर कार्बन फ्री जोन होगा.

उपराष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड की सरकार 24 घंटे बिजली और पानी की सुविधा देने की ओर बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि यह काम अकेले सरकार नहीं कर सकती, लोगों को विकास कार्य में सरकार की मदद करनी चाहिए. उन्हें ईमानदारी से टैक्स देना होगा. लोग स्मार्ट सिटी चाहते हैं, लेकिन कोई समय पर टैक्स नहीं देना चाहता. सभी लोग कुछ न कुछ योगदान दें, ताकि देश का विकास हो.

नायडू ने कहा कि व्यापारियों और उद्योगपतियों को टैक्स देने के बारे में सोचना चाहिए. जब आप देश में उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसका कुछ तो कीमत दीजिये. पुराने जमाने को भूल जाइये, जब बिजली कब आती थी और कब जाती थी, किसी को पता ही नहीं चलता था. सरकार देश को उस दौर से बाहर निकालना चाहती है.

उपराष्ट्रपति ने कहा कि जनभागीदारी से ही स्मार्ट सिटी का सपना साकार होगा. स्मार्ट सिटी बनाने के लिए स्मार्ट लीडर की जरूरत होती है. जिनके पास कमिटमेंट है, कैलिबर है, वही स्मार्ट सिटी बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि नेता केवल विधायक, सांसद, मेयर, पाषर्द नहीं बल्कि देश का हर नागरिक नेता है. जब तक सभी लोगों की भागीदारी नहीं होगी, स्मार्ट सिटी नहीं बन सकती.

नायडू ने सवालिया लहजे में कहा कि एक स्मार्ट सिटी या 100 स्मार्ट सिटी बनने से क्या होगा. उन्होंने कहा कि दरअसल स्मार्ट सिटी एक लाइट हाउस है. लाइट हाउस समुद्र में जहाज के कप्तान का मार्गदर्शन करता है. स्मार्ट सिटी वही लाइट हाउस है. यह एक मॉडल होगा. लोगों को इससे प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने कहा कि उनकी वजह से रांची को स्मार्ट सिटी नहीं मिला बल्कि प्रतिस्पर्धा के माध्यम से रांची ने अपना स्थान बनाया है. इसके लिए यहां की सरकार और अधिकारी अभिनंदन के योज्ञ हैं.

उपाराष्ट्रपति ने कहा कि सरकार चाहती है कि हर शहर में स्मार्ट सिटी बने. इसके लिए मेहनत करनी होगी. उन्होंने कहा कि जब वह शहरी विकास मंत्री थे, तब प्रधानमंत्री ने उनसे कहा था कि राजनीतिक कारणों से किसी राज्य को स्मार्ट सिटी देने की जरूरत नहीं है, जो स्पर्धा कर सके, उस राज्य को ही स्मार्ट सिटी दें .

नायडू ने कहा कि लोक जन भागिदारी (पीपीपी) मॉडल पर स्मार्ट सिटी को बसाया जायेगा, क्योंकि सरकार अकेले इतने पैसे खर्च नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए स्पेशल पर्पज व्हिकल बनाया गया.  राज्य सरकार को एक सप्ताह में स्मार्ट सिटी के निर्माण के लिए सीओओ नियुक्त करने की उन्होंने सलाह दी. उन्होंने कहा कि जल्द ही 10 नये स्मार्ट सिटी की घोषणा हो जायेगी. दुनिया आगे बढ़ रही है. टेक्नोलॉजी विकसित हो रहे हैं बावजूद हम पीछे क्यों हैं, इस पर हमें गंभीरता से सोचना होगा.

उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को समृद्ध राष्ट्र बनाना चाहते हैं और यह तभी संभव होगा जब देश का हर जनप्रतिनिधिए हर नागरिक भागीदार बने. उद्योगपति पैसे लगायें और ईमानदार लोग टैक्स चुकायें. सरकारें और अधिकारी ईमानदारी से अपना काम करें.



नायडू ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा और उग्रवाद का कोई स्थान नहीं है. उग्रवाद की घटनाओं की निंदा की जानी चाहिए और किसी भी तरह से इनके पक्ष में बयानबाजी नहीं होनी चाहिए. लोकतां में बैलेट के माध्यम से सरकारें चुनी जाती हैं और हर किसी को बैलेट पर भरोसा करना चाहिए. बैलेट से ही समस्याओं का निदान होगा इस पर सभी को विास करना चाहिए . मानवाधिकार कार्यकर्ताओ को मानव कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखंड में उग्रवाद की घटनाओं मे कमी आई है . इसके लिए उन्होंने सरकार को बधाई दी .
        
उपराष्ट्रपति ने यहां विधि-विधान से स्मार्ट सिटी की आधारशिला रखने के बाद स्मार्ट सिटी के मास्टर प्लान का विमोचन भी किया. इससे पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि झारखंड सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों का भारत बनाने में अपना पूरा-पूरा योगदान देगी.     

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2020 तक झारखंड में कोई बेघर नहीं रहेगा . गांव हो या शहर,  हर व्यक्ति का अपना घर होगा. उन्होंने यह भी उम्मीद जतायी की रांची की स्मार्ट सिटी तय समय से पहले बन कर तैयार हो जायेगी. उन्होंने कहा कि आज झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है. उन्होंने राज्य की सवा तीन करोड़ जनता की ओर से उपराष्ट्रपति का अभिनंदन किया .

दास ने कहा कि झारखंड की पहली स्मार्ट सिटी में 24 घंटे बिजली और  पानी की व्यवस्था होगी. उन्होंने  कहा कि झारखंड दुनिया के लिए बाजार बनेगा.  झारखंड के लोग कह सकेंगे कि देश में पहला ग्रीन और स्मार्ट सिटी अगर कहीं है, तो झारखंड में है. मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया बनाने पर सरकार का जोर है और स्मार्ट सिटी से लोगों को रोजगार मिलेगा . उन्होंने कहा कि समय से पहले स्मार्ट सिटी बनकर तैयार हो, यह नगर विकास विभाग सुनिश्चित करें.

इस अवसर पर झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुमरू ने कहा कि स्मार्ट सिटी बनने से झारखंड के लोगों को रोजगार मिलेगा. स्मार्ट सिटी में स्वच्छता पर विशेष जोर रहेगा,जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी नहीं होगी . नये शहर में बेहतर शिक्षा की व्यवस्था की जायेगी, ताकि झारखंड के बच्चों को पढ़ायी के लिए राज्य के बाहर नहीं जाना पड़े.

 

 

वार्ता


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