लाल किले से मोदी ने चीन को दिया जवाब, कहा- समुद्र हो या सीमा, भारत हर चुनौती का सामना करने में सक्षम
चीन के साथ डोकलाम में तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत किसी भी तरह की सुरक्षा चुनौती का मुकाबला करने में सक्षम है, भले ही यह समुद्र में हो या सीमा पर.
![]() प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले से बोलते हुए. |
डोकलाम को लेकर दो माह से चल रही तनातनी और चीन का नाम लिये बिना मोदी ने कहा कि देश की सुरक्षा उनकी सरकार के लिए प्राथमिकता है तथा सीमा को प्रभावी रूप से सुरक्षित बनाने के लिए सैनिकों को तैनात किया गया है.
प्रधानमंत्री ने स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन में पिछले साल नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर किये गये सजर्किल स्ट्राइक का ल्लेख करते हुए कहा कि विश्व ने भारतीय सुरक्षा बलों की क्षमता को समझ लिया है.
मोदी ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. हम सभी क्षेत्रों में अपने देश की रक्षा करने में सक्षम हैं.
उन्होंने कहा, आजाद भारत में, हर देशवासी के दिल में देश की रक्षा-सुरक्षा एक बहुत स्वाभाविक बात है. हमारा देश, हमारी सेनाएं, हमारे वीर पुरष, हर वर्दीधारी बल, कोई भी हो, सिर्फ थलसेना, वायुसेना, नौसेना नहीं, सारे सशस्त्र बल, उन्होंने जब-जब मौका आया है अपना पराक्रम दिखाया है. अपना सामर्थ्य दिखाया है, बलिदान की पराकाष्ठा करने में ये हमारे वीर कभी पीछे नहीं रहे हैं. चाहे वाम चरमपंथ हो, चाहे आतंकवाद हो, चाहे घुसपैठिये हों, चाहे हमारे भीतर कठिनाइयां पैदा करने वाले तत्व हों.
हमारे देश के इन वर्दी में रहने वाले लोगों ने बलिदान की पराकाष्ठा की है. और जब सजर्किल स्ट्राक हुई, दुनिया को हमारा लोहा मानना पड़ा, हमारे लोगों की ताकत को मानना पड़ा.
प्रधानमंत्री ने कहा, यह साफ है कि देश की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, आंतरिक सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. समुद्र हो या सीमा हो, साइबर हो या अंतरिक्ष हो, हर प्रकार की सुरक्षा करने में भारत अपने आप में सामर्थ्यवान है और देश के खिलाफ कुछ भी करने वालों के हौसले पस्त करने के लिए हम ताकतवर है.
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