कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए करेंगे काम : ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘संघषर्विराम’ करने के लिए भारत और पाकिस्तान के ‘मजबूत और दृढ़’ नेतृत्व की प्रशंसा की और कश्मीर मुद्दे पर ‘समाधान’ के लिए उनके साथ मिलकर काम करने की पेशकश की।
![]() अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप |
भारत ने हमेशा कहा है कि कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय मामला है और इसमें किसी तीसरे पक्ष के लिए कोई जगह नहीं है। भारत का मानना है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख हमेशा से उसके अभिन्न एवं अविभाज्य अंग हैं और रहेंगे।
ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर एक पोस्ट में कहा, मैं आप दोनों के साथ मिलकर यह पता लगाने के लिए काम करूंगा कि क्या कश्मीर के संबंध में कोई समाधान निकाला जा सकता है। ईर भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व को उनके अच्छे काम के लिए आशीर्वाद दें। इससे कुछ ही घंटों पहले, भारत और पाकिस्तान ने जमीन, वायु और समुद्र में सभी तरह की गोलाबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर शनिवार को सहमति जताई।
ट्रंप ने कहा, मुझे भारत और पाकिस्तान के मजबूत एवं दृढ नेतृत्व पर बहुत गर्व है जिसके पास यह जानने और समझने की ताकत, समझ एवं धैर्य है कि उस मौजूदा आक्रामकता को रोकने का समय आ गया था जो बहुत से लोगों की मौत और विनाश का कारण बन सकती थी।
उन्होंने कहा, लाखों निदरेष लोग मारे जा सकते थे। आपकी विरासत आपके साहसी कार्यों से काफी मजबूत हुई है। ट्रंप ने कहा, मुझे गर्व है कि अमेरिका इस ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय तक पहुंचने में आपकी मदद कर सका। उन्होंने साथ ही कहा कि हालांकि, इस पर चर्चा भी नहीं हुई है लेकिन वह ‘इन दोनों महान राष्ट्रों के साथ व्यापार को काफी बढ़ाने के लिए कदम उठाएंगे।
इस बीच इस्लामाबाद में, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने रविवार को कहा कि वह राष्ट्रपति ट्रंप की ‘जम्मू कश्मीर विवाद के समाधान के प्रयासों का समर्थन करने की इच्छा’ की सराहना करता है। ट्रंप ने शनिवार को घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान ‘रातभर चली वार्ता के बाद तत्काल और पूर्ण संघषर्विराम’ पर सहमत हो गए हैं।’
उन्होंने साथ ही दावा किया कि ऐसा अमेरिका की मध्यस्थता वाली वार्ता के कारण संभव हो सका है। इसके कुछ ही देर बाद, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार को घोषणा की थी कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने अपराह्न तीन बजकर 35 मिनट पर भारतीय डीजीएमओ से फोन पर बात की।
उन्होंने कहा, ‘उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष शनिवार को शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे।’ पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए थे जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था।
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