अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने पाक सेना प्रमुख के बाद विदेश मंत्री जयशंकर से की बात
भारत और पाकिस्तान के मध्य बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिका ने भविष्य में विवादों से बचने के लिए ‘‘सार्थक वार्ता’’ शुरू करने में ‘‘सहयोग’’ की पेशकश करते हुए कहा कि दोनों पड़ोसी देशों को तनाव कम करने और सीधा संवाद बहाल करने के तरीके तलाशने की जरूरत है।
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अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने शनिवार सुबह एक बयान में कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार से अलग-अलग बात की।
जयशंकर के साथ वार्ता में रुबियो ने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘दोनों पक्षों को गलत अनुमान लगाने से बचने के लिए प्रत्यक्ष संवाद को फिर से स्थापित करने और तनाव कम करने के तरीके तलाशने की आवश्यकता है।’’
ब्रूस ने कहा, ‘‘उन्होंने भविष्य में होने वाले विवादों को टालने के लिए सार्थक चर्चाओं को सुविधाजनक बनाने में अमेरिका की ओर से समर्थन दिए जाने का प्रस्ताव रखा।’’
डार के साथ बातचीत में रुबियो ने ‘‘दोहराया कि दोनों पक्षों को मौजूदा तनाव को कम करने के तरीके खोजने होंगे और गलत अनुमान से बचने के लिए सीधे संवाद को फिर से स्थापित करना होगा।’’
रुबियो ने ‘‘भविष्य में संघर्षों से बचने के लिए सार्थक वार्ता शुरू करने में अमेरिकी सहायता’’ की भी पेशकश की।
इससे पहले, रुबियो ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर से बात कर ‘‘भविष्य में संघर्ष बढ़ने से रोकने के लिए’’ भारत के साथ ‘‘सार्थक वार्ता’’ शुरू करने में अमेरिकी सहायता की पेशकश की।
रुबियो ने इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी बात की थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने शुक्रवार को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष जल्द से जल्द खत्म हो।
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