आतंकवाद पर लगाम के लिए तालिबान शासन पर नजर : बिलावल भुट्टो
पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों में वृद्धि के बीच पाकिस्तान को उम्मीद है कि अफगानिस्तान में तालिबान शासन अपनी ज़मीन को आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने देने की अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता पर खरा उतरेगा।
पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो |
बिलावल ने कहा, अफगानिस्तान में हो रही घटनाओं का पाकिस्तान में लोगों के जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। बिलावल ने पिछले महीने कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर कहा कि इस्लामाबाद पड़ोसी देश काबुल में पैदा हो रहे मानवीय संकट के आलोक में कट्टर इस्लामवादियों के साथ साझेदारी की वकालत करता रहेगा।
पूर्व आईएसआई प्रमुख और वर्तमान पेशावर कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के नेतृत्व में एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को अफगानिस्तान में एक बैठक में, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान आतंकी समूह ने कबायली नेताओं की मांगों पर संघर्ष विराम को 30 मई तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने बुधवार को एक साक्षात्कार में पाकिस्तानी सेना और प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के बीच घोषित संघषर्विराम के बारे में पूछे जाने पर कहा, हम न केवल स्थिति पर निगरानी रखते हैं, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी तरफ से काम करते हैं कि आतंकवाद के खतरे से निपटने की कोशिश कर सकें।
हम आशा करते हैं कि अफगानिस्तान में शासन आतंकवाद के लिए अपनी ज़मीन का इस्तेमाल नहीं होने देने की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता पर खरा उतरेगा। हाल ही में एक घटना में, पाकिस्तान के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान कबायली जिले में एक आत्मघाती विस्फोट में पाकिस्तानी सेना के तीन सैनिक और तीन बच्चे मारे गए थे। यह इलाका अफगानिस्तान की सीमा से भी सटा हुआ है। पिछले महीने पाकिस्तान ने पूर्वी अफगानिस्तान में हवाई हमले किए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमले एक शरणार्थी शिविर और एक अन्य स्थान पर हुए, जिनमें 40 लोग मारे गए। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान के करीब 10,000 आतंकी छिपे हुए हैं।
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