चन्नी ने की करतारपुर गुरुद्वारा साहिब में अरदास
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों के साथ बृहस्पतिवार को पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब में अरदास की।
![]() पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने की करतारपुर गुरुद्वारा साहिब में अरदास की। |
वे करतारपुर गलियारे से होकर गुरुद्वारा पहुंचे। इसे 20 महीने के अंतराल के बाद श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोला गया है। चार किलोमीटर लंबा यह गलियारा, पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर जिला स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ता है और इससे होकर जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए तीर्थयात्रा करीब 20 महीने से स्थगित थी।
‘इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ (ईटीपीबी) के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने बताया कि इसके अलावा भाजपा का एक जत्था भी गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंचा। भारत में पड़ने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों सहित, 30 लोगों के साथ करतारपुर गलियारे से गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पहुंचे।
हालांकि, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी नीत जत्था का हिस्सा नहीं थे, जिसने गुरुद्वारा में अरदास की। सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर दल्ला ने बुधवार रात कहा था कि कांग्रेस नेता ने आधिकारिक रूप से कहा है कि वह 18 नवम्बर के बजाय 20 नवंबर को जा सकते हैं।
करतारपुर परियोजना प्रबंधन इकाई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद लतीफ ने बताया कि ‘पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी’ के पदाधिकारियों और आयुक्त, गुजरांवाला ने सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के जन्म से एक दिन पहले यहां पहुंचे भारतीय मेहमानों का स्वागत किया।
भारत से महिलाओं सहित 28 सिखों का पहला जत्था गलियारा फिर से खुलने के प्रथम दिन बुधवार को गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंचा था। लतीफ ने कहा कि बृहस्पतिवार को 100 भारतीय श्रद्धालुओं के ऐतिहासिक गुरुद्वारे आने की उम्मीद है।
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